साल 2011 वर्ल्ड कप फाइनल जीतने सहित टीम इंडिया अभी तक पिछले 12 सालों में कुल 5 फाइनल मुकाबले खेल चुकी हैं. जिसमें महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से लेकर अभी तक बीते 10 सालों में टीम इंडिया आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा नहीं जमा सकी है. इस दौरान विराट कोहली ने कई साल तक भारत की कप्तानी की मगर एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं दिला सके. जिसके चलते अब रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत इस बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 जून से होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के मुकाबले को हर हाल में जीतना चाहेगा.
5 में दो फाइनल जीती टीम इंडिया
साल 2011 से लेकर अभी तक टीम इंडिया ने आईसीसी ट्रॉफी के 5 फाइनल मुकाबले खेले हैं. जिसमें दो बार भारत ने जीत हासिल की है. जबकि तीन बार उसे हार का सामना करना पड़ा है. इन सभी फाइनल में भारत के हार की वजह कहीं ना कहीं उनकी बल्लेबाजी बनी है. जिसमें विराट कोहली का बल्ला अभी तक गरजा नहीं है. उनके नाम सिर्फ एक ही फिफ्टी प्लस स्कोर की पारी दर्ज है.
कोहली का कैसा है रिकॉर्ड
कोहली की बात करें तो साल 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने 35 रन, 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने 43 रन, 2014 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में उनके बल्ले से 77 रन निकले थे. जबकि इसके बाद बतौर कप्तान 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में कोहली ने 5 रन तो साल 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में उनके बल्ले से दो पारियों में 44 और 13 रन ही निकले थे. इस लिहाज से देखा जाए तो आईसीसी के फाइनल मुकाबले में कोहली का बल्ला अभी तक चला नहीं है. कोहली के नाम इन 5 फाइनल मुकाबलों में 36 की औसत से सिर्फ 217 रन ही आए हैं. जबकि एक शतक भी अभी तक नहीं आया है.
कोहली को दिखाना होगा दम
इस तरह के आंकड़े गवाही देते हैं कि पूरी दुनिया में अपनी बल्लेबाजी से राज करने वाले विराट कोहली आईसीसी के फाइनल में कुछ ख़ास नहीं कर सके हैं. अब अगर कोहली 7 जून से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में शतक जड़ते हैं तो टीम इंडिया की जीत के दरवाजे भी खुल सकते हैं. हालांकि देखना दिलचस्प होगा कि कोहली किस तरह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना करते हैं.
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