पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने रोहित शर्मा को लेकर टीम मैनेजमेंट पर निशाना साधा है. बॉर्डर- गावस्कर सीरीज के दौरान आखिरी मैच में रोहित शर्मा ने आराम करने का फैसला लिया और वो प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं थे. रोहित शर्मा बीजीटी की पिछली तीन पारियों में पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं. रोहित के बल्ले से बिल्कुल रन नहीं निकल पा रहे हैं और न ही वो कप्तानी में कुछ खास कर पा रहे हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान अब नवजोत सिंह सिद्धू ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि ऐसे फैसले या तो सीरीज से पहले या सीरीज के बाद लिए जाने चाहिए.
रोहित को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, मैं रोहित पर बेहद सिंपल चीज कहना चाहता हूं. इस तरह के फैसले या तो सीरीज से पहले या फिर सीरीज के बाद लिए जाते हैं. हमेशा ये होता है कि नायकों को नीचे दिखाया जाता है. लेकिन यहां ऐसा नहीं करना चाहिए था.
सिद्धू ने ये भी कहा कि रोहित शर्मा वही कप्तान है जिन्होंने टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जिताया है. सिद्धू ने आगे कहा कि, 6 महीने पहले इस बंदे ने आपको वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया है, रन बनाए हैं. भारतीय क्रिकेट एक पहाड़ की तरह है. हमारे पास कई युवा खिलाड़ी हैं. लोग हमारे देश की बात कर रहे हैं और टीम इंडिया आईसीसी टेबल में टॉप पर है. रोहित 150 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं. सीरीज में आपने उनको हटाकर गलती की.
रोहित ने भी किया आलोचकों को शांत
रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की भविष्य में कप्तानी करने वाले खिलाड़ियों लेकर कहा, पहली बात तो ये काम बहुत मुश्किल है और इसके बाद में यह कहना बहुत मुश्किल है. क्योंकि बहुत सारे लड़के हैं. लेकिन मैं चाहता हूं कि वे पहले क्रिकेट का महत्व समझें और इस जगह का महत्व समझें. रोहित शर्मा ने आगे कहा,
टीम में इस समय काफी नए लड़के हैं और मुझे पता है कि उन्हें जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. लेकिन उन्हें इसे हासिल करने दें. उन्हें अगले कुछ सालों तक कड़ी मेहनत वाली क्रिकेट खेलने दें. भारत का कप्तान बनना बहुत बड़ा सम्मान है. मैं अब यहां हूं, बुमराह हैं, विराट हमसे पहले यहां थे, एमएस धोनी उनसे पहले थे. सभी ने इसे हासिल किया है. किसी को भी थाली में सजाकर कप्तानी नहीं दी गई. इसलिए आने वाले लड़कों को कड़ी मेहनत करते देना चाहिए.
वहीं रोहित शर्मा ने खुद को सिडनी टेस्ट मैच से दूर रखने पर कहा, मैं अभी ये नहीं जानता कि आने वाले चार से छह महीने में क्या होगा. मैं हमेशा वर्तमान में रहना चाहता हूं और सोचता हूं कि अभी क्या करना है. ये कोई रिटायरमेंट वाला फैसला नहीं है. मैं मैच से बाहर हूं क्योंकि फॉर्म में नहीं हूं. जीवन हर रोज़ बदलता है और मुझे पूरा विश्वास है कि चीज़ें बदलेंगी. हालांकि मुझे खुद के प्रति सच्चा होना पसंद है. मैं समझदार, मैच्योर और 2 बच्चों का पिता हूं, इसलिए मुझे पता है कि कब क्या करना है.
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