IND vs AUS : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान जहां नितीश कुमार रेड्डी ने डेब्यू करते हुए टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर रखी है. वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम में 25 साल के नाथन मैक्स्वीने को ओपनिंग करने की सजा मिली. नाथन मैक्स्वीने ने घरेलू क्रिकेट में कभी ओपनर की भूमिका निभाई थी. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट ने उनको डेविड वॉर्नर की जगह ओपनिंग में मौका दिया. मैक्स्वीने इस मौके को भुना नहीं सके और जसप्रीत बुमराह जैसे धाकड़ गेंदबाज के आगे चार बार आउट हो गए तो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अब उनको बाहर निकाल दिया है. जिसके बाद 25 साल के इस खिलाड़ी का दिल टूटा और उसका दर्द बाहर आया.
मैं तबाह हो गया - नाथन मैक्स्वीने
अब ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मैक्स्वीने को उनके इसी प्रदर्शन के चलते तीन टेस्ट मैचों के बाद बाहर किया तो उन्होंने 7 क्रिकेट से बातचीत में कहा,
मैं एक तरह से तबाह हो गया, मेरा मतलब है कि मेरा सपना जरूर सच हुआ लेकिन इसे उस तरह से भुना नहीं सका, जैसा मैं चाहता था. लेकिन ये सब खेल का हिस्सा है. इसलिए मैं अपना सिर झुकाकर नेट्स पर वापस जाऊंगा और वास्तव में कड़ी मेहनत करके वापसी करना चाहूंगा और उम्मीद है कि मैं अपने अगले मौके के लिए तैयार रहूंगा.
नाथन मैक्स्वीने ने आगे कहा,
हम जिस तरह के गेम में हैं, अगर आप उसमें मिलने वाले मौके का फायदा नहीं उठाते हैं और उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते जितना कि आप खुद से करना चाहते है तो आपकी जगह कभी सेफ नहीं होती है. मैं बल्ले से कई बार चूक गया और अपने मौके का फायदा नहीं उठा सका.
नाथन मैक्स्वीने की जगह कौन आया ?
वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम ने नाथन मैक्स्वीने की जगह प्राइम मिनिस्टर इलेवन के लिए खेलते हुए टीम इंडिया के सामने शतक जड़ने वाले सैम कोनस्टास को शामिल किया है. जो कि मेलबर्न में होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में डेब्यू करते नजर आ सकते हैं.