टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच संजय बांगर वही शख्स हैं जिनकी कोचिंग में विराट कोहली की टीम ने बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया था. ऐसे में बांगर ने साफ कहा कि टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर को पैट कमिंस की सेना के खिलाफ रणनीति बनाने की जरूरत है और इसी की बदौलत टीम सीरीज में वापसी कर सकती है. बांगर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने पहला मैच गंवाया तो टीम ने जसप्रीत बुमराह के खिलाफ प्लानिंग की. मैक्स्विनी और लाबुशेन क्रीज पर डटे रहे जिससे मिडिल ऑर्डर खुलकर खेल सके.
भारत को ऑस्ट्रेलिया से सीखना चाहिए
बांगर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा कि, मुझे लगता है कि कई बार आपको विरोधी टीम को देखना होता है कि वो क्या बेहतर कर रहे हैं. पहला टेस्ट गंवाने के बाद उन्होंने बुमराह का तोड़ निकाला और ये प्लान किया कि वो कैसे इस गेंदबाज का सामना कर सकते हैं. लाबुशेन और मैक्स्विनी ने अहम रोल निभाए जिससे मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों ने कमाल किया. इसमें सबसे बड़ा नाम हमने ट्रेविस हेड का देखा.
बांगर ने आगे कहा कि, भारतीय बैटर्स को ये देखना होगा कि वो किस समय रन बना सकते हैं. या तो गेंद पूरी होने का इंतजार करें या फिर पैट कमिंस और जोश हेजलवुड को अटैक करें.
कंगारुओं को मेहनत करने पर करो मजबूर
बांगर ने आगे कहा कि, यह कुछ ऐसा है जिस पर भारतीय टॉप ऑर्डर को ध्यान देना चाहिए. उन्हें इस तरह की बातें करनी चाहिए कि अरे, चलो ऐसा करते हैं जिससे कमिंस या हेजलवुड चौथा स्पेल डालने पर मजबूर हो जाएं. क्या टीम इंडिया के पास ऐसी ताकत है कि वो पुरानी गेंद से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का काम खराब कर दें. क्योंकि ये वो चुनौतियां हैं जो आपको एक बल्लेबाजी ग्रुप के रूप में एक दूसरे को देनी होंगी और इससे से बाहर निकलने की कोशिश करनी होगी क्योंकि इस सीरीज की पांच पारियों में हम एक ही तरह की कहानी देख रहे हैं.
मैच की बात करें तो टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर तीसरे टेस्ट में एक बार फिर फेल हो गया. यशस्वी जायसवाल 4, शुभमन गिल 1, विराट कोहली 3 और ऋषभ पंत 9 रन बनाकर आउट हो गए. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के 445 रन के जवाब में 4 विकेट गंवा 51 रन ठोक दिए हैं. केएल राहुल 33 और रोहित 0 पर नाबाद हैं.
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