वाशिंगटन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के हाथों टेस्ट सीरीज में हारने के बाद प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए मन की बात कही. वाशिंगटन सुंदर ने कहा कि यह सफर भूला नहीं जा सकेगा लेकिन टीम ने मैदान पर पूरा जोर लगाया था. उनका यह दूसरा ऑस्ट्रेलिया दौरा था. सुंदर ने चार साल पहले ब्रिस्बेन में टेस्ट डेब्यू किया था. तब भारत की जीत में अहम योगदान दिया था. हालिया दौरे पर सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट खेले. इनमें उन्हें तीन विकेट मिले और उन्होंने 114 रन बनाए. एक अर्धशतक उन्होंने लगाया था. उन्हें आर अश्विन पर वरीयता दी गई थी लेकिन बॉलिंग में वे ज्यादा कुछ नहीं कर पाए.
सुंदर ने सोशल मीडिया पर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नतीजे पर निराशा जाहिर की. उन्होंने लिखा, 'हमें उम्मीद नहीं थी कि ऐसा नतीजा होगा. लेकिन यह सफर भूला नहीं जा सकेगा. हमने मैदान पर सब कुछ झोंक दिया और टीम ने जिस तरह की दिलेरी और जुझारुपन दिखाया उस पर गर्व है. फैंस को उनके अद्भुत समर्थन के लिए बहुत सारा शुक्रिया, हमें हरेक एक कदम पर उनका साथ मिला. अब अगली सीरीज का इंतजार है.'
भारत पहला टेस्ट जीतने के बाद भी गंवा बैठा ऑस्ट्रेलिया सीरीज
सुंदर से एक दिन पहले यशस्वी जायसवाल ने भी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाने पर निराशा जताई थी. उन्होंने कहा कि किस्मत का साथ नहीं मिलने से भारत को हार झेलनी पड़ी. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया दौरे का आगाज जीत के साथ किया था. जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम ने पर्थ टेस्ट जीता था. लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दमदार वापसी की. उसने ए़डिलेड, मेलबर्न और सिडनी टेस्ट जीतकर 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी कब्जे में ली. भारत को सीरीज गंवाने के चलते न केवल बीजीटी से हाथ धोना पड़ा बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का टिकट भी नहीं मिला.
भारत ने इससे पहले पिछले दो दौरों पर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी. 2018-19 में विराट कोहली और 2020-21 में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी.