IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने बर्मिंघम में होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले बताया कि इंग्लैंड में क्यों इतने कैच छूट रहे हैं. उन्होंने दूसरे टेस्ट से पहले इसके कई कारण बताए और कहा कि कोशिश रहेगी कि आगे ऐसा न हो. भारतीय खिलाड़ियों ने लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में आठ-नौ कैच टपकाए गए थे. इनमें से ज्यादातर जीवनदान विकेट के पीछे दिए गए. आखिर में यह भारत की हार के कारणों में से एक रहे. टीम इंडिया को पहले टेस्ट में 371 रन का लक्ष्य देने के बाद भी हार मिली थी.
यशस्वी जायसवाल के लिए पहला टेस्ट कैचिंग के लिहाज से काफी खराब रहा था. उन्होंने चार कैच छोड़े थे और ये सभी इंटरनेशनल क्रिकेट के लिहाज से सामान्य थे. शुभमन ने कैच छूटने के सवाल पर कहा, 'यह एक फैक्टर है कि विकेट के पीछे गेंद स्विंग होती है. विकेट के स्क्वेयर या पीछे खड़े होने वाले फील्डर्स को गेंद दिखने में दिक्कत होती है. यह दिक्कत हमें और उन्हें (इंग्लैंड) दोनों को हुई थी. पीछे स्टैंड्स और विजुअल्स के चलते गेंद कई बार बहुत देर से दिखती है. कभी कभी ऐसा होता है कि गेंद पहले दिखती है फिर नहीं नज़र आती. यह कुछ फैक्टर्स हैं. गेंद के स्विंग होने, नहीं दिखने से कैच लेना मुश्किल हो जाता है.'
शुभमन बोले- उम्मीद है कि आगे कैच नहीं छूटेंगे
शुभमन ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने कैच को लेकर काफी तैयारी की है. कोशिस रहेगी कि आगे से ऐसा न हो. उन्होंने कहा,
हम सबको पता है कि गेंद दिखने में दिक्कत होती है और स्विंग भी होगी. हम सबने इसका बहुत अभ्यास किया है. मैच में एक-दो कैच छूटते हैं. ऐसा बहुत कम होता है कि पांच-सात कैच छूट गए. उम्मीद है कि आगे ऐसा नहीं होगा.
टीम इंडिया ने 30 जून को प्रैक्टिस के दौरान कैचिंग के लिए दिलचस्प तरीके आजमाए थे. इसके तहत फील्डिंग कोच टी दिलीप ने एक काला पर्दा लगाया और उसके पीछे खिलाड़ियों को खड़ा कर कैच कराए. वहीं जायसवाल को स्लिप फील्डिंग से हटा दिया गया. उनकी जगह नीतीश रेड्डी और साई सुदर्शन खड़े नज़र आए.