IND vs ENG : बर्मिंघम के मैदान में टीम इंडिया ने कप्तान शुभमन गिल (269, 161) की पारियों से इंग्लैंड को चेज करने के लिए 608 रन का विशाल लक्ष्य दिया. इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम ने चौथे दिन के अंत तक तीन विकेट पट 77 रन बना लिए थे और उनकी टीम जीत से अभी 536 रन दूर है. जबकि भारत को सात विकेट और चटकाने हैं. ऐसे में पांचवें दिन के खेल से पहले टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने इंग्लैंड में मिलने वाले सपाट विकेट और तेज गेंदबाजों की कड़ी मेहनत के साथ आगामी लॉर्ड्स टेस्ट को लेकर बड़ा बयान दिया.
इस टेस्ट सीरीज में आने से पहले ही हम जानते थे कि इस तरह के विकेट मिलने वाले हैं. उनके खेलने के तरीके में सपाट विकेट बनाना और तेजी से रन बनाना शामिल है. इसलिए मानसिक रूप से हम जानते थे कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी. हमारे पास प्लानिंग हैं और बस उसे सही ढंग से लागू करना होता है. बतौर गेंदबाज अगर हम दोनों छोर से दबाव नहीं बनाते तो ऐसा लगता है कि हमारे पास कोई प्लान नहीं है.
मोर्केल ने आगे इंग्लैंड के मैदानों को लेकर कहा,
इंग्लैंड में सिर्फ सपाट विकेट ही नहीं है बल्कि मैदान भी थोड़ा असमान है. इसलिए तेज गेंदबाजों को इसकी आदत डालनी होगी. बर्मिंघम सौभाग्य से थोड़ा सपाट है, लेकिन लीड्स में एक तरफ ढलान थी. लॉर्ड्स का अगला मैदान फिर से एक तरफ ढलान वाला होगा. एक कोच और एक टीम के रूप में हम सभी को इस बात का ध्यान रखना होगा कि खिलाड़ियों को इसमें पैर जमाने में समय लगेगा. चीजें भले ही बहुत अच्छी तरह शुरू न हो लेकिन हम कितनी जल्दी खुद को ढालते हैं, ये काफी महत्वपूर्ण होने वाला है.
बर्मिंघम में पहली जीत दर्ज करना चाहेगी टीम इंडिया
वहीं मैच की बात करें तो पंत के आउट होने के बावजूद कप्तान शुभमन गिल ने तेजी से रन बनाना जारी रखा और उन्होंने 161 रन की बेमिसाल पारी खेली. जिससे टीम इंडिया ने छह विकेट के नुकसान पर 427 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. इस तरह इंग्लैंड को 608 रन का लक्ष्य मिला और उसकी शुरुआत सही नहीं रही. टीम इंडिया ने चौथे दिन के अंत तक ही इंग्लैंड के 50 रन में तीन विकेट चटका दिए थे. अब टीम इंडिया सात विकेट लेकर अंतिम दिन बर्मिंघम के मैदान में अभी तक की पहली टेस्ट जीत दर्ज करना चाहेगी.
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