यशस्वी जायसवाल 4 कैच छोड़कर भारत की हार के बने विलेन, टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच ने कहा - कमेंट्री बॉक्स में बैठकर...

यशस्वी जायसवाल 4 कैच छोड़कर भारत की हार के बने विलेन, टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच ने कहा - कमेंट्री बॉक्स में बैठकर...
Yashasvi Jaiswal of India drops Ben Duckett of England during Day 5 of the 1st Test at Headingley on June 24, 2025 in Leeds, England.

Story Highlights:

आर. श्रीधर ने यशस्वी जायसवाल का किया सपोर्ट

यशस्वी जायसवाल ने छोड़े चार कैच

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले लीड्स टेस्ट मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. भारत के लिए पहली पारी में शतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल ने फील्डिंग में काफी निराश किया और उन्होंने कुल चार कैच छोड़े. जिससे टीम इंडिया मैच में पीछे होती चली गई और इंग्लैंड ने बाजी मारकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है. अब जायसवाल के समर्थन में टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर. श्रीधर उतरे और उन्होंने बड़ा बयान दिया. 

पहली बार इंग्लैंड जाना और वहां की कंडीशन के हिसाब से खुद को ढालकर स्लिप का बेहतरीन फील्डर बनना आसान काम नहीं है. आप जितना चाहें अभ्यास कर लो लेकिन मैच में ये काफी चुनौतीपूर्ण होता है. कंडीशन की बात करें तो मौसम काफी ठंडा है, जिससे अंगुलियां काफी सुन्न पड़ जाती हैं. दूसरी बात ड्यूक्स की गेंद आपकी ओर आते समय बहुत हिलती है, जिससे उसे पकड़ना आसान नहीं है. इंग्लैंड में गेंद को देखना बहुत मुश्किल है और ओवल या लीड्स दो सबसे चुनौतीपूर्ण मैदान हैं.

 

 


श्रीधर ने आगे कहा, 

लीड्स के मैदान में एक ढलान है, जो पवेलियन की तरफ से किर्कस्टॉल लेन के छोर तक जाती है. उस मैदान में काफी हवा चलती है. जिससे ये आपकी लय को बिगाड़ देती है. इंग्लैंड ने भी कैच छोड़े और ये हमेशा क्षमता के बारे में नहीं बल्कि कंडीशन के बारे में होता है.


श्रीधर ने जायसवाल को बताया बेहतरीन फील्डर 

श्रीधर ने अंत में जायसवाल की तारीफ करते हुए कहा, 

वो वास्तव में एक बेहतरीन गली फील्डर है और उसने सिर्फ़ दो मैच में खराब किया. एक मेलबर्न में और एक लीड्स में, बाकी उनकी फील्डिंग कमाल की रही है. कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ़ उसने जो कैच पकड़े, वे बेहतरीन थे. कमेंट्री बॉक्स में बैठकर आलोचना करना आसान है लेकिन ये चुनौतीपूर्ण कंडीशन हैं. उनमें से शामिल कई खिलाड़ियों के लिए ये पहला अनुभव है. 

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