Matheesha Pathirana को धोनी ने टेस्ट खेलने से किया था मना, मलिंगा सहमत नहीं, बोले- क्या मजाक...

Matheesha Pathirana को धोनी ने टेस्ट खेलने से किया था मना, मलिंगा सहमत नहीं, बोले- क्या मजाक...

श्रीलंकाई तेज गेंदबाज मथिशा पथिराना (Matheesha Pathirana) ने आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कमाल की बॉलिंग की है. वे आखिरी ओवर्स में बॉलिंग का जिम्मा संभाल रहे हैं और विरोधी टीमों के बल्लेबाजों के लिए खेलना मुश्किल कर रखा है. मथिशा पथिराना को सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने सलाह दी थी कि वह केवल आईसीसी टूर्नामेंट्स पर ही ध्यान दें और लाल गेंद के क्रिकेट (फर्स्ट क्लास और टेस्ट) के आसपास भी न जाएं. मगर श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज लसित मलिंगा (Lasith Malinga) इससे अलग राय रखते हैं. उनका कहना है कि पथिराना को सभी फॉर्मेट खेलने चाहिए और टेस्ट पर ध्यान लगाना चाहिए.

 

ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में मलिंगा ने कहा, 'एमएस धोनी कह रहे हैं कि उसे सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट खेलना चाहिए. क्या उन्होंने ऐसा मजाक में कहा? जब आप देश के लिए खेलते हैं तब ऐसा करना मुश्किल होता है. मुझे लगता है कि जो भी उससे कह रहा है कि लाल गेंद का क्रिकेट नहीं खेले वह ऐसा उसके चोटिल होने के डर से कह रहा है. मैंने पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला था. किसी ने मुझसे ऐसा नहीं कहा. मैंने 2004 से 2010 के बीच यह फॉर्मेट खेला. लेकिन मेरा करियर 16 साल का रहा. मैं आईपीएल भी खेला, बिग बैश और बाकी लीग में भी शामिल रहा. तब मैंने कभी भी हैमस्ट्रिंग या ग्रोइन या पीठ या काफ इंजरी को लेकर मैदान नहीं छोड़ा. हो सकता है बहुत सारे लोग मुझसे सहमत न हो लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमें ऐसा नहीं मानना चाहिए कि वह (पथिराना) चोटिल होगा. मैंने इसी तरह क्रिकेट खेला और बॉलिंग की तो मैं इससे जुड़ी चुनौतियों को जानता हूं.'

 

पथिराना को कितने टेस्ट खेलने चाहिए?

 

मलिंगा ने आगे कहा कि पथिराना का टेस्ट खेलना चाहिए. भले ही वह एक ही मैच क्यों न हो. हो सकता है 10 खेल जाओ या 100 खेल जाओ, किसे पता. जब वह 15-20 टेस्ट खेल जाएगा तो उसकी बॉलिंग फिटनेस तैयार होगा और स्किल भी सुधरेगी. वहां बॉलिंग करते हुए वह जानेगा कि बल्लेबाज को किस तरह से फंसाते हैं. शरीर किस तरह से रिएक्ट करता है.

 

श्रीलंका के दिग्गज गेंदबाज रहे मलिंगा ने कहा कि धोनी आईपीएल में पथिराना का बढ़िया तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. वह गेंद के पुरानी हो जाने के बाद उन्हें ला रहे हैं और तब भारतीय बल्लेबाज खेल रहे होते हैं. अभी पथिराना नई गेंद से बॉलिंग में कंट्रोल नहीं रख पाते. धोनी इस बात को जानते हैं. उनके पास 20 साल का अनुभव है.

 

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