विस्फोटक भारतीय खिलाड़ी मुसीबत में फंसा! रणजी ट्रॉफी कैंप छोड़कर आईपीएल टीम के सेशन में शामिल हुआ शामिल, अब मिलेगी सजा!

विस्फोटक भारतीय खिलाड़ी मुसीबत में फंसा! रणजी ट्रॉफी कैंप छोड़कर आईपीएल टीम के सेशन में शामिल हुआ शामिल, अब मिलेगी सजा!
अनुज रावत

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अनुज रावत को गुजरात टाइटंस ने 30 लाख रुपये की बेस प्राइस में लिया था.

दिल्ली का रणजी ट्रॉफी में अगला मुकाबला राजकोट में सौराष्ट्र के साथ है.

अनुज रावत रणजी ट्रॉफी के अभी तक मैचों में ज्यादा कुछ खास नहीं कर सके थे.

दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज अनुज रावत मुसीबत में पड़ सकते हैं. वे रणजी ट्रॉफी के दूसरे लेग के लिए दिल्ली टीम के कैंप में जुड़ने से बजाए वे अपनी आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस के ट्रेनिंग सेशन में चले गए.दिल्ली का रणजी ट्रॉफी में अगला मुकाबला राजकोट में सौराष्ट्र के साथ है. अनुज को आईपीएल 2025 ऑक्शन में गुजरात ने 30 लाख रुपये की बेस प्राइस पर लिया था. लेकिन उन्हें रणजी कैंप से दूरी बरतना भारी पड़ सकता है. बीसीसीआई दो साल से लगातार जोर दे रही है कि खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा और इस पर आईपीएल को तवज्जो देने पर कार्रवाई होगी. पिछले साल घरेलू क्रिकेट से दूर रहने पर श्रेयस अय्यर और इशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट गंवाना पड़ा था.

गुजरात टाइटंस ने एक बयान जारी कर अपने ट्रेनिंग सेशन के बारे में कहा, 'गुजरात टाइटंस ने सूरत में आईपीएल 2025 के लिए ट्रेनिंग कैंप शुरू किया. अनुज रावत, इशांत शर्मा, जयंत यादव, कुमार कुशाग्र, महिपाल लोमरोड़ और अरशद खान कोचेज और सपोर्ट स्टाफ के साथ इसके लिए जुड़ गए.' इशांत शर्मा लाल गेंद क्रिकेट छोड़ने को लेकर दिल्ली क्रिकेट को बता चुके हैं. इस वजह से उनके गुजरात के कैंप में जुड़ने पर विवाद नहीं है.

'अनुज रावत ने नहीं ली परमिशन'

 

दिल्ली जिला क्रिकेट संघ के सेक्रेटरी और सेलेक्शन कमिटी के संयोजक अशोक शर्मा ने अनुज रावत के टाइटंस के कैंप में जाने के सवाल पर समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'मुझे जानकारी नहीं है कि अनुज रणजी ट्रॉफी का कैंप छोड़कर आईपीएल टीम कैंप में शामिल हुआ. आदर्श तो यही रहता कि वह स्टेट एसोसिएशन से अनुमति लेता. हमारे दो रणजी मैच बचे हैं और कोटला में कैंप है. मुझे पता नहीं कि उसे रणजी ट्रॉफी कैंप छोड़ने की अनुमति किसने दी.'

आईपीएल कैंप में जाने के लिए परमिशन जरूरी

 

समझा जाता है कि अगर आईपीएल का प्री सीजन कैंप किसी राज्य की टीम के कैंप से टकराता है तब खिलाड़ी को स्टेट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट और सेक्रेटरी से पूछना होता है कि क्या वह आईपीएल कैंप में जा सकता है. पीटीआई को डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'हमारे पास कुछ खिलाड़ियों की आईपीएल कैंप में जाने की परमिशन के ईमेल आए हैं लेकिन अनुज रावत की तरफ से लिखित में कुछ नहीं मिला. ऐसे में उसे आईपीएल कैंप में नहीं जाना चाहिए था.'