राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल 2025 का 32वां मैच सुपर ओवर में गंवा दिया. दिल्ली ने संजू सैमसन की अगुआई वाली राजस्थान को 189 रन का टार्गेट दिया था, जिसके जवाब में राजस्थान की टीम भी 20 ओवर में चार विकेट पर 188 रन ही बना सकी. इसके बाद राजस्थान सुपर ओवर में पूरे छह गेंद भी नहीं खेल पाई और दो विकेट पर महज 11 रन ही बनाए.सुपर ओवर में राजस्थान की तरफ से शिमरॉन हेटमायर और रियान पराग आए थे. जहां हेटमायर ने छह रन बनाए. वहीं पराग की भी कुछ खास नहीं कर पाए.
रियान पराग ने मिचेल स्टार्क की लो फुल टॉस को थर्ड मैन के ऊपर से चौका लगाया जिसे नो-बॉल भी करार दिया गया. यह स्कोर काफी नहीं था, क्योंकि केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स ने संदीप शर्मा के सुपर ओवर की पहली तीन गेंदों पर दो छक्के लगाकर दिल्ली को शानदार जीत दिला दी.
राजस्थान के मैनेजमेंट पर सवाल
राजस्थान की हार के बाद नितीश राणा को सुपर ओवर में ना भेजे जाने पर काफी सवाल खड़े हो रहे हैं. राणा ने राजस्थान के लिए 28 गेंदों पर 51 रन बनाए थे और 18वें ओवर तक क्रीज पर डटे रहे. वहीं यशस्वी जयसवाल ने 37 गेंदों पर 51 रन बनाए, लेकिन राजस्थान रॉयल्स ने सुपर ओवर में किसी को भी बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा और हेटमायर और रियान पराग सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने उतरे, जिससे हर कोई हैरान रह गया.
मैच के बाद राणा ने सुपर ओवर में ना भेजे जाने पर चुप्पी तोड़ी और कहा कि टीम मैनेजमेंट का फैसला था कि उन्हें सुपर ओवर के लिए ना भेजा जाए और इसके बजाय रियान पराग और हेटमायर को भेजा जाए.उन्होंने कहा कि अगर हेटमायर ने सुपर ओवर में कुछ छक्के लगाए होते तो सवाल अलग होते. राणा ने कहा कि उनके पास कोई अलग जवाब नहीं है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राणा ने कहा-
मैनेजमेंट ही फैसला लेते हैं, कोई एक व्यक्ति नहीं. कप्तान के साथ दो अन्य सीनियर खिलाड़ी और कोच भी होते हैं. अगर शिमरॉन हेटमायर ने दो छक्के लगाए होते, तो आप यह सवाल नहीं पूछते.मैं भी यही जवाब दूंगा. मेरे पास कोई और जवाब नहीं है. हमने जो भी फैसले लिए, वे बिल्कुल सही थे. हेटमायर हमारे फिनिशर हैं, यह सभी जानते हैं.उन्होंने पहले भी अच्छा प्रदर्शन किया है.
केकेआर के पूर्व बल्लेबाज ने 11 रन के बचाव के लिए जोफ्रा आर्चर की जगह संदीप शर्मा को गेंद देने के मैनेजमें के फैसले का भी सपोर्ट किया. उन्होंने कहा-