हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन पर ब्लैकमेलिंग के आरोप लगे हैं. ये आरोप सनराइजर्स हैदराबाद की फ्रेंचाइज ने लगाए हैं. फ्रेंचाइज का कहना है कि एचसीए के अध्यक्ष ए जगन मोहन राव ने उनके सामने मुफ्त टिकटों की डिमांड काफी ज्यादा रखी है. ऐसे में हैदराबाद की फ्रेंचाइज अब ये सोचने पर मजबूर हो गई है कि क्या वो अपने बाकी मैच उप्पल स्टेडियम में ही खेले या फिर पूरा वेन्यू ही शिफ्ट कर दे. फ्रेंचाइज ने एचसीए को धमकी भी दी है और कहा है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो अपने सभी मैच किसी दूसरे वेन्यू पर शिफ्ट कर देंगे.
सनराइजर्स हैदराबाद ने वेन्यू छोड़ने की दी धमकी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एचसीए के कोषाध्यक्ष सीजी श्रीनिवास राव को सनराइजर्स हैदराबाद के जनरल मैनेजर श्रीनाथ ने साफ कह दिया है कि वो इस तरह का व्यवहार नहीं सहने वाले हैं. वहीं एचसीए ने जो धमकियां दी उसपर भी उन्होंने एक्शन लेने को कहा है. श्रीनाथ ने यहां साफ कर दिया है कि अगर सबकुछ ठीक नहीं किया गया तो टीम इस वेन्यू को छोड़ देगी. उन्होंने एचसीए से कहा है कि वो लिखित में बीसीसीआई और तेलंगाना सरकार को ये बताएं कि वो हमें इस स्टेडियम में नहीं खेलने देना चाहते हैं. अगर उन्हें दिक्कत है तो हम इस वेन्यू को छोड़कर कहीं और चले जाएंगे.
श्रीनाथ ने मेल में आगे कहा कि, हम एचसीए के साथ पिछले 12 सालों से काम कर रहे हैं और पिछले सीजन से ही ऐसा हुआ है कि हमें इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.
SRH मैनेजर ने HCA को किया लंबा- चौड़ा मेल
श्रीनाथ ने मेल में ये भी बताया कि, पिछले कुछ सालों से एचसीए को हम 50 कॉम्प्लिमेंट्री टिकट्स देते आ रहे हैं जो F12A बॉक्स के हैं. ये 3900 कॉम्प्लिमेंट्री टिकट्स का ही हिस्सा हैं. लेकिन इस साल उन्होंने कहा कि बॉक्स की क्षमता सिर्फ 30 है और उन्होंने 20 और मुफ्त टिकट की डिमांड की. जब हमें इसके बारे में पता चला तो हमने बात की.
श्रीनाथ ने बताया कि, हम स्टेडियम का किराया दे रहे हैं. लेकिन पिछले मैच में इन लोगों ने F3 बॉक्स पर ताला लगा दिया और कहा कि जब तक 20 और मुफ्त टिकट नहीं मिलते हैं तब तक वो ताला नहीं खोलेंगे. इस तरह का व्यवहार हम नहीं सहने वाले हैं. पिछले दो साल से हमें धमकियां दी जा रही हैं. एचसीए के साथ जो हमने समझौता किया है उसमें 10 प्रतिशत कॉम्प्लिमेंट्री टिकट्स की बात कही गई है. ऐसे में हम चाहते हैं कि एपेक्स काउंसिल के सदस्य जल्द से जल्द बीच में आए और इसपर एक्शन लें.