संजू सैमसन आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के पहले तीन मैचों में कप्तान नहीं होंगे. वे केवल बल्लेबाज के रूप मे खेलेंगे. उनकी अंगुली की चोट पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है. राजस्थान रॉयल्स ने ऐसे में पहले तीन मैचों के लिए रियान पराग को कप्तान बनाया है. सनराइजर्स हैदराबाद (23 मार्च), कोलकाता नाइट राइडर्स (26 मार्च) और चेन्नई सुपर किंग्स (30 मार्च) के खिलाफ पराग रॉयल्स के कप्तान होंगे. राजस्थान के पास कप्तानी के लिए यशस्वी जायसवाल का विकल्प भी था. फिर उन्हें क्यों नहीं चुना गया और रियान पराग को किस तरह से कमान मिली? बताया जाता है कि जायसवाल के पास कप्तानी का अनुभव नहीं है जिससे वे पिछड़ गए. पराग ने घरेलू क्रिकेट में असम की कप्तानी संभाली है और इससे फैसला उनके पक्ष में गया.
रॉयल्स ने पराग को तीन मैचों के लिए कप्तान बनाने का ऐलान करते हुए बताया कि क्यों उन्होंने जायसवाल पर असम से आने वाले इस खिलाड़ी को वरीयता दी. 2008 की चैंपियन टीम के अनुसार, 'राजस्थान रॉयल्स का रियान को कप्तानी देने का फैसला दर्शाता है कि फ्रेंचाइज ने असम के कप्तान के रूप में उनके कार्यकाल में भरोसा जताया है जहां पर उनकी लीडरशिप दिखाई दी. वह सालों से रॉयल्स का अहम हिस्सा रहे हैं, टीम की संरचना को वह समझते हैं जिससे उन्हें टूर्नामेंट के शुरुआती हिस्से में इस रोल को अपनाने में मदद मिलेगी.'
रियान पराग ने घरेलू क्रिकेट में संभाली है कप्तानी
पराग ने पिछले कुछ सालों में घरेलू क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में असम की कप्तानी संभाली है. इसके तहत रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने कमान संभाली है. इस दौरान उन्होंने काफी रन भी बनाए हैं. इस खेल के चलते राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें कप्तानी के लिए जायसवाल पर वरीयता दी. इंटरनेशनल क्रिकेट में पराग के पास जायसवाल से कम अनुभव है. मुंबई से आने वाले जायसवाल भारत की तीनों फॉर्मेट की टीम में जगह बना चुके हैं. वे 2023 से टीम इंडिया का हिस्सा हैं. वहीं पराग टी20 और वनडे खेले हैं. वे 2024 में भारतीय टीम में शामिल हुए.
राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2025 ऑक्शन से पहले पराग को 14 करोड़ रुपये और जायसवाल को 18 करोड़ रुपये में रिटेन किया था. पराग 2018 से तो जायसवाल 2020 से इस टीम का हिस्सा हैं.