माइकल क्लार्क से लेकर युवराज सिंह तक, जज्बे और बहादुरी के साथ कैंसर से लड़ने वाले क्रिकेटर्स
माइकल क्लार्क ने हाल में खुलासा किया कि वह स्किन कैंसर से जूझ रहे हैं. उन्हें पहली बार 2006 में इसका पता चला था.

माइकल क्लार्क: ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान माइकल क्लार्क स्किन कैंसर से जूझ रहे हैं. उन्होंने 2006 में पहली बार स्किन कैंसर का पता चला था. जिसके बाद से उनका लगातार ट्रीटमेंट चल रहा है. हाल में उन्हें एक और सर्जरी से गुजरना पड़ा.

एंडी फ्लावर: साल 2010 में इंग्लैंड के हेड कोच के रूप में कार्यरत ज़िम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर को उनके दाहिने गाल पर स्किन कैंसर का पता चला.

ज्योफ्री बॉयकॉट: इंग्लैंड के पूर्व ओपनर ज्योफ्री बॉयकॉट को 2003 में गले के कैंसर का पता चला था. इस खबर के कारण उन्हें भारत के इंग्लैंड दौरे के दौरान कमेंट्री से दूर रहना पड़ा था. बॉयकॉट ने रेडियोथेरेपी के 35 सेशन करवाए और इसके एक साल बाद वह फिर से कमेंट्री करने लगे.

रिची बेनो:ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिची बेनो को अपनी जिंदगी के आखिरी सालों में स्किन कैंसर का पता चला था, जिसके कारण उनके माथे और सिर पर घाव हो गए थे. 10 अप्रैल 2015 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था.

युवराज सिंह: भारत के दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह सेहत संबंधी गंभीर बीमारी से जूझते हुए 2011 वनडे वर्ल्ड कप खेले थे, जिसमें उन्होंने 362 रन बनाए थे और 15 विकेट लिए थे. वर्ल्ड ट्रॉफी उठाने के तुरंत बाद उनके लंग में एक दुर्लभ जर्म सेल ट्यूमर का पता चला था. जिसके बाद उन्होंने अमेरिका में कैंसर से लड़ाई लडी और काफी दर्द सहने के बाद वह इस जंग को जीते.

मार्टिन क्रो: न्यूजीलैंड के शानदार बल्लेबाज मार्टिन क्रो ने 2012 में घोषणा की थी कि उन्हें लिम्फोमा हो गया है. शुरुआत में इलाज का उन पर अच्छा असर हुआ और वह अपनी पुरानी जिंदगी में भी लौट आए, लेकिन 2014 में कैंसर फिर से उभर आया. बहादुरी से लड़ने के बावजूद क्रो का 2016 में सिर्फ 53 साल की उम्र में निधन हो गया.

सैम बिलिंग्स: 2022 में इंग्लैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज सैम बिलिंग्स ने अपनी छाती से एक घातक मेलेनोमा को हटाने के लिए दो ऑपरेशन करवाए. केंट में स्किन कैंसर की जांच के बाद उनकी स्थिति का पता चला

ग्रेम पॉलक: साउथ अफ्रीका के महान बल्लेबाज ग्रेम पॉलक को 2013 में कोलोरेक्टल कैंसर का पता चला. उन्होंने शारीरिक रूप से तो इस बीमारी को हरा दिया था, लेकिन इससे उन्हें आर्थिक रूप से भारी नुकसान हुआ.