भारतीय महिला क्रिकेट टीम और साउथ अफ्रीका के बीच पहले वनडे मुकाबले से आशा सोभना ने वनडे डेब्यू किया. उन्हें 33 साल और 92 दिन की उम्र में इस फॉर्मेट में भारत की ओर से खेलने का मौका मिला. वह वनडे में डेब्यू करने वाली सबसे उम्रदराज भारतीय महिला क्रिकेटर हैं. आशा को भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टीम इंडिया की कैप दी. इस दौरान वह भावुक हो गईं. उनकी आंखें भर आई और गला रुंध गया. कुछ महीनों पहले बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज से उन्होंने टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उस फॉर्मेट में भी वह डेब्यू करने वाली सबसे उम्रदराज भारतीय महिला क्रिकेटर है. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच बेंगलुरु में खेला जा रहा है.
आशा भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेटर्स में वनडे डेब्यू के मामले में तीसरी सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. उनसे ज्यादा उम्र में फारुख इंजीनियर (36 साल 138 दिन) और अजीत वाडेकर (33 साल और 103 दिन) ने वनडे डेब्यू किया था. आशा के बाद दिलीप दोषी (32 साल 350 दिन) और सैयद आबिद अली (32 साल 307 दिन) के नाम आते हैं.
कौन हैं आशा सोभना
आशा केरल से आती हैं और वीमेंस प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलते हुए सुर्खियों में आई थी. उन्होंने डब्ल्यूपीएल में पिछले दो सीजन में कमाल का खेल दिखाया जिसकी वजह से उन्हें टीम इंडिया में चुना गया. डब्ल्यूपीएल 2024 में उन्होंने 10 मैच में 12 विकेट लिए थे और वह सर्वाधिक विकेट लेने वाली बॉलर्स में दूसरे नंबर पर रही थी. इससे आरसीबी को खिताब जीतने में बड़ी मदद मिली थी. इससे पिछले सीजन में उन्होंने पांच मैच में पांच विकेट लिए थे. इसके बाद उन्होंने भारत के पूर्व स्पिनर एल शिवरामकृष्णन के साथ काम किया और खेल में सुधार किया. इसके बाद यूपी वॉरियर्ज के खिलाफ पांच विकेट लेकर उन्होंने तहलका मचा दिया था.
आशा ने देरी से डेब्यू पर क्या कहा था
आशा ने टी20 इंटरनेशनल डेब्यू के वक्त ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए कहा था,
पिछले 12-15 सालों से मैं इसी का इंतजार कर रही थी. 2012 आखिरी साल था जब मैं भारतीय टीम के संभावितों में आया था. तब से अब 2024 का सफर काफी लंबा रहा है. इंडिया कैप मिलने से आभारी महसूस कर रही हूं.
वहीं डब्ल्यूपीएल सीजन के दौरान आरसीबी से बात करते हुए आशा ने कहा था कि उन्हें करियर के दौरान कई बार क्रिकेट छोड़ने की सलाह मिली थी. लेकिन वह उम्मीद बनाए हुए थी. कभी उम्मीद नहीं हारना चाहिए और खुद को पुश करना चाहिए. जब कोई कहे कि आप कुछ कर नहीं सकते हैं तब किसी की मत सुनो.
ये भी पढ़ें