टीम इंडिया (Team India) को गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के दूसरे टी-20 मुकाबले में 16 रन से हार का सामना करना पड़ा. मेजबानों ने श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा और दासुन शनाका की अगुवाई वाली मेहमान टीम ने 20 ओवरों में 206/6 का विशाल स्कोर खड़ा किया. कप्तान शनाका ने 22 गेंदों में 56 रनों की तूफानी पारी खेली, जबकि सलामी बल्लेबाज कुसल मेंडिस ने मेहमान टीम के लिए 52 रनों की तेज पारी खेली. बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत ने दसवें ओवर की शुरुआत तक अपनी आधी टीम गंवा दी. सूर्यकुमार यादव और हरफनमौला अक्षर पटेल ने छठे विकेट के लिए टी20 इंटरनेशनल में सबसे बड़ी साझेदारी की और टीम के लिए 91 रन जोड़े. लेकिन अंत तक पहुंचते पहुंचते टीम इंडिया लक्ष्य से दूर हो गई.
गंभीर का हमला
लेकिन इन सबके बीच अब टीम इंडिया के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के जरिए डाली गई नो बॉल सुर्खियों में हैं. श्रीलंका के खिलाफ अर्शदीप ने कुल 5 नो बॉल फेंकी जिसके बाद अब टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर आग बबूला हो गए हैं. मैच के बाद गौतम गंभीर ने अर्शदीप सिंह की गेंदबाजी को लेकर बयान दिया. स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, सोचिए सात गेंद, ये ऐसा है जैसे आपने 21 ओवर से ज्यादा गेंदबाजी की हो. हर कोई खराब गेंद डालता है या खराब शॉट खेलता है लेकिन ये सब लय की बात होती है. अगर आप इंजरी से वापस आ रहे हैं तो फिर इंटरनेशनल मैच में नहीं खेलना चाहिए. आपको पहले डोमेस्टिक क्रिकेट में जाकर अपनी लय हासिल करनी चाहिए क्योंकि नो बॉल टी20 में किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किए जा सकते हैं.
गंभीर ने आगे कहा कि, कोई भी खिलाड़ी अगर चोटिल है और लंबे समय के बाद वापसी कर रहा है तो उसे सबसे पहले डोमेस्टिक क्रिकेट में जाकर 15-20 ओवर डालना चाहिए और उसके बाद इंटरनेशनल मैच में आना चाहिए. अर्शदीप सिंह के साथ ये साफ देखा जा सकता था कि वो अपनी लय हासिल नहीं कर पा रहे थे.