अग्नि चोपड़ा ने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करते ही शतक लगाया था. इसके बाद से उनके रनों का रोकना गेंदबाजों के लिए मुश्किल हो चुका है. वे नौ मैच इस टूर्नामेंट में खेल चुके हैं और डॉन ब्रेडमैन जैसी औसत के साथ 1585 रन बना चुके हैं. उन्होंने लगातार चार शतक ठोककर इतिहास रचा था. अब अपने दूसरे रणजी सीजन में लगातार दो मैच में दो दोहरे शतक उड़ा दिए. लेकिन अभी इस खिलाड़ी को लंबा सफर करना है. वे खुद भी जानते हैं कि मिजोरम के साथ प्लेट ग्रुप में खेलते हुए उनका करियर आगे नहीं जा सकता. इसलिए वे इस टीम को सबसे पहले एलीट कैटेगरी में लेना जाना चाहते हैं. इसके बाद आईपीएल और इंडिया ए का हिस्सा बनना चाहते हैं.
अग्नि ने रणजी ट्रॉफी में लगातार रन बनाने के बारे में पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘यह सब रनों की भूख पर निर्भर करता है, है न? इस सत्र की शुरुआत से पहले मैंने अपने कोच खुशप्रीत (सिंह) से इस बारे में चर्चा की. उन्होंने मेरे से केवल यही कहा, रनों के बारे में भूल जाओ, तुम्हें बस एक चीज पर ध्यान देना है – आउट मत होना. इसलिए मैंने किसी और चीज के बारे में नहीं सोचा. मेरा दूसरा लक्ष्य दोहरा शतक बनाना था क्योंकि पिछले सीजन में मैंने एक भी दोहरा शतक नहीं बनाया था.’
अग्नि ने क्यों छोड़ा पिता का घर
अग्नि के पिता विधु विनोद चोपड़ा मशहूर फिल्म प्रडूसर और डायरेक्टर हैं. उनके नाम 12th फेल, शिकारा, मिशन कश्मीर, परिंदा, मुन्नाभाई एमबीबीएस जैसी फिल्में हैं. वहीं अग्नि की मां अनुपमा चोपड़ा फिल्म समीक्षक है. लेकिन अग्नि ने क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए पिता का घर छोड़ दिया था. वे कोच खुशप्रीत सिंह के साथ जाकर रहने लगे. उन्होंने यह कदम खुद का कंफर्ट जोन खत्म करने के लिए उठाया था.
अग्नि बोले- एक दिन भारत के लिए खेलूंगा
अग्नि ने कहा कि अपनी फिटनेस पर विशेष रूप से ध्यान देने से उन्हें बड़े स्कोर बनाने में मदद मिली है. गेंदबाजों पर दबदबे के कारण उनका औसत सर डॉन ब्रैडमैन के स्तर को छू रहा है लेकिन ये रन प्लेट लीग में आए हैं और अग्नि मिजोरम के साथ एलीट लीग में खेलने का सपना संजोए हैं. उन्होंने कहा, 'मैं बहुत दूर के बारे में नहीं सोचता. बेशक, मैं दलीप ट्रॉफी या भारत ए में चुना जाना पसंद करूंगा, आईपीएल में खेलना चाहूंगा, उम्मीद है कि एक दिन भारत का प्रतिनिधित्व करूंगा.’
अग्नि हालांकि जानते हैं कि इसके लिए उन्हें रणजी ट्रॉफी के एलीट वर्ग में खेलना होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं एलीट वर्ग टीम का प्रतिनिधित्व करना पसंद करूंगा, फिर शायद आईपीएल और भारत के लिए खेलूंगा. लेकिन ये सब करने के लिए मुझे अभी जिस स्तर पर खेल रहा हूं, उस स्तर पर अच्छा खेलना होगा और ऐसा करने के लिए मुझे अगले मैच में रन भी बनाने होंगे. इसलिए मैं केवल अगले मैच के बारे में सोचता हूं.’
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