भारत की घरेलू रणजी ट्रॉफी में मुंबई का मुकाबला जम्मू एंड कश्मीर से जारी है. इस मुकाबले में एक दिन में मैदानी अंपायर से एक दो नहीं बल्कि तीन बड़ी गलतियां हुई. जिसका खामयाजा कहीं न कहीं मुंबई के सामने जम्मू की टीम को भुगतना पड़ा और मैच में वह 188 रन से पीछे है. इस तरह रणजी ट्रॉफी में गिरते अंपायरिंग के स्तर पर जम्मू एंड कश्मीर के कप्तान पारस डोगरा का दर्द बाहर आया और उन्होंने बड़ा बयान दिया.
जम्मू कश्मीर टीम के कप्तान पारस डोगरा ने क्या कहा ?
मुंबई की टीम जब दूसरे दिन रणजी ट्रॉफी के मैच में दूसरी पारी में बलेबाजी कर रही थी. तभी पारी के 16वें ओवर में गेंद ने श्रेयस अय्यर के बल्ले का बाहरी किनारा लिया और विकेटकीपर ने आसान कैच लपका. इस पर जम्मू एंड कश्मीर के खिलाड़ियों ने अपील तो की लेकिन मैदानी अंपायर एस रवि ने आउट नहीं दिया. जिस पर जम्मू कश्मीर टीम के कप्तान पारस डोगरा ने स्पोर्टस्टार से बातचीत में कहा,
ऐसा सालों से होता आ रहा है और हम इसके बारे में कुछ भी नहीं कर सकते हैं. अंपायर भी इंसान है और गलतियां कर सकते हैं लेकिन अगर वो थोड़ा और चौकन्ने और सचेत रहेंगे तो चीजें अलग होती. ये खेल का एक हिस्सा है और इसमें कुछ नहीं किया जा सकता है.
ड्रेसिंग रूम से वापस आए रहाणे
वहीं श्रेयस अय्यर के बाद अजिंक्य रहाणे एक गेंद पर आउट होकर पवेलियन जा चुके थे. लेकिन अंपायर को अपनी गलती का थोड़ी देर से एहसास हुआ और उन्होंने रहाणे को ड्रेसिंग रूम से बुलाया. क्योंकि पाया गया कि रहाणे जिस गेंद पर आउट हुए थे तो नो बॉल थी. डोगरा ने इस मामले पर कहा,
इसलिए मैं कहता हूं कि DRS का होना एक बेहतरीन चीज है. लेकिन अगर ये वर्तमान में नहीं है तो फिर कुछ नहीं किया जा सकता है.
188 रन से आगे मुंबई
वहीं मैच की बात करें तो मुंबई के एक समय दूसरी पारी में 101 रन पर सात विकेट गिर गए थे. इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने 113 रन की नाबाद शतकीय पारी खेली और तनुष कोटियान ने भी नाबाद 58 रन बनाए. जिससे मुंबई ने दूसरे दिन के अंत तक सात विकेट पर ही 274 रन बनाए और जम्मू पर 188 रन की बढ़त हासिल कर ली है.
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