बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने टीम के हेड कोच चंडिका हथुरुसिंघे को बर्खास्त कर दिया है. उन पर अनुशासन तोड़ने के चलते कार्रवाई की गई है. वे 48 घंटे तक सस्पेंड रहेंगे. इसके बाद उनका कार्यकाल खत्म कर दिया जाएगा. बांग्लादेश ने हाल ही में भारत का दौरा किया था और दो टेस्ट व तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेले थे. इन सभी में उसे बुरी तरह से हार मिली थी. इसके बाद यह कार्रवाई हुई है. बांग्लादेशी बोर्ड ने वेस्ट इंडीज से आने वाले फिल सिमंस को टीम का अंतरिम कोच नियुक्त किया है. उन्हें 2025 चैंपियंस ट्रॉफी तक जिम्मेदारी दी गई है. सिमंस पहले अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे और वेस्ट इंडीज के कोच रहे हैं.
बांग्लादेश बोर्ड का नया प्रशासन काफी समय से श्रीलंका से आने वाले इस कोच से नाराज था. बताया जाता है कि बोर्ड ने हथुरुसिंघे के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 के दौरान एक खिलाड़ी को चांटा मारने के आरोप की जांच भी की. बताया जाता है कि उन्हें हटाने का यह भी एक कारण रहा. बांग्लादेशी अखबार प्रोथोम आलो ने हथुरुसिंघे को हटाने के बारे में लिखा था कि बांग्लादेश बोर्ड ने उन पर 2023 वर्ल्ड कप में बेईमानी रखने, एक साल में 45 से ज्यादा छुट्टी लेने और नियम तोड़ने के चलते कड़ा रुख अपनाया है.
हथुरुसिंघे फरवरी 2023 में दोबारा कोच बने
हथुरुसिंघे फरवरी 2023 में दोबारा से बांग्लादेश के मुख्य कोच बने थे. उनकी नियुक्ति के समय कई सवाल उठे थे. बांग्लादेश बोर्ड के वर्तमान प्रेसीडेंट फारुक अहमद ने तब उन्हें वापस लाने की आलोचना की थी. हथुरुसिंघे के दूसरे कार्यकाल में बांग्लादेश का प्रदर्शन काफी खराब रहा. वर्ल्ड कप 2023 और टी20 वर्ल्ड कप 2024 दोनों में ही टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. हालांकि उनके रहते हुए बांग्लादेश ने हाल ही में पाकिस्तान को 2-0 से टेस्ट सीरीज में मात दी थी. यह बांग्लादेश की पाकिस्तान पर पहली टेस्ट सीरीज जीत थी.
हथुरुसिंघे का पहला कार्यकाल रहा था सफल
हथुरुसिंघे इससे पहले 2014 से 2017 के बीच बांग्लादेश के कोच रहे थे. तब टीम ने वनडे और टी20 फॉर्मेट में अच्छा खेल दिखाया था. लेकिन दूसरे कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं हुआ. 56 साल के हथुरुसिंघे ने कोचिंग में आने से पहले खिलाड़ी के रूप में 26 टेस्ट और 35 वनडे मुकाबले खेले. उन्होंने 1343 रन बनाए और 31 विकेट निकाले.