मोहम्मद शमी चोट से फिट होकर मैदान पर वापसी कर चुके हैं. अब उनकी टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद की जा रही है. वो इस समय घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं और एक साल बाद क्रिकेट मैदान पर उनकी धमाकेदार वापसी को देखने के बाद उनके ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी जाने की उम्मीद की जा रही है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए शमी ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे या नहीं, इस पर बीसीसीआई ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है, मगर क्रिकबज के अनुसार बोर्ड शमी को ऑस्ट्रेलिया भेजने से पहले उनकी फिटनेस पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के स्पोर्ट्स साइंस डिपार्टमेंट से फाइनल मंजूरी की उम्मीद कर रहा है.
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि वो सीरीज के बीच ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे और बीसीसीआई बिना उनके फिटनेस को जोखिम में डाले पूरी तरह से अप्रूव और सही फैसला लेना चाहता है.
बीसीसीआई का निर्देश
बेंगलुरु में बने नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में बीसीसीआई की स्पोर्ट्स साइंस विंग के चीफ नितिन पटेल, ट्रेनर निशांत बारदुले और चयनकर्ता एसएस दास को शमी को मॉनिटर करने के लिए राजकोट में रखा गया है. शमी राजकोट में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बंगाल के सभी ग्रुप चरण के मैच खेलेंगे. बीसीसीआई ने नितिन पटेल और उनकी टीम को यह निर्देश दिया है कि यदि शमी को ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम से जुड़ने के लिए बुलाया जाता है तो इस बात पर विचार किया जाए कि क्या वो हाई इंटेनसिटी टेस्ट की फिजिकल डिमांड को हैंडल कर सकते हैं.
बारदुले 30 नवंबर तक शमी के साथ काम कर रहे थे और रिपोर्ट के अनुसार वे राजकोट से चले गए हैं, ताकि शमी को अभ्यास करने का मौका मिल सके. हालांकि नितिन राजकोट में दास के साथ ही रुके हुए हैं. बीसीसीआई शमी का चयन तब तक नहीं करेगा जब तक स्पोर्ट्स साइंस डिपार्टमेंट इसकी मंजूरी नहीं दे देता.
शमी का वापसी के बाद प्रदर्शन
शमी ने अब तक सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चार मैच खेले हैं, जिसमें पंजाब के खिलाफ 46 रन पर एक विकेट और हैदराबाद के खिलाफ 21 रन पर तीन विकेट लिए, लेकिन मिजोरम और मध्य प्रदेश के खिलाफ कोई विकेट नहीं लिया. इससे पहले वो इंदौर में मध्य प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का मैच खेले थे, जहां उन्होंने कुल सात विकेट लिए थे.
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