भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या को कथित तौर पर उनके सौतेले भाई वैभव पंड्या ने आर्थिक रूप से धोखा दिया था. पता चला था कि दोनों को एक व्यापारिक साझेदारी में 4.3 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की गई थी. हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या को साझेदारी फर्म से लगभग 4.3 करोड़ मिले, जिससे क्रिकेटरों को भारी नुकसान हुआ. इसके बाद दोनों क्रिकेटरों ने वैभव पंड्या के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई, जिस पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप लगाया गया.
हालांकि, पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अब पता चला कि यह एक पारिवारिक मामला था और सिर्फ एक गलतफहमी थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वैभव पंड्या ने अपनी रिमांड सुनवाई के दौरान अपने वकील के माध्यम से दलील दी और उनकी पुलिस हिरासत 16 अप्रैल तक बढ़ा दी गई.
वैभव पंड्या को मुंबई पुलिस ने आपराधिक विश्वासघात, आपराधिक धमकी, आपराधिक साजिश, जालसाजी और अन्य संबंधित धाराओं के आरोप में गिरफ्तार किया था. पता चला है कि सुनवाई के दौरान वैभव पंड्या के वकील निरंजन मुंदारगी ने अदालत से कहा कि यह एक पारिवारिक गलतफहमी थी और वे चीजों को सुलझाने के प्रयास कर रहे हैं. उसी के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "यह एक पारिवारिक मामला था और गलतफहमी के कारण मामला दर्ज किया गया है."
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