कुआलालंपुर. टी20 क्रिकेट में रनों का अंबार लगना आम बात है. अधिकतर मुकाबलों में बल्ला गेंद पर हावी ही रहता है. यही वजह है कि दुनियाभर में चल रही टी20 लीग में आए दिन रनों की आतिशबाजी देखने को मिलती रहती है. मगर हैरानी तो तब होती है जब क्रिकेट के इस प्रारूप में बल्ले पर गेंद हावी होती है. ऐसे ही एक मुकाबले से हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जिसमें गेंदबाजों का ऐसा कहर देखने को मिला कि पूरी की पूरी टीम ही 45 रनों पर ढेर हो गई. यहां तक कि छह खिलाड़ी खाता तक खोलने में नाकाम रहे. ये मैच कॉमनवेल्थ गेम्स महिला क्रिकेट कंपीटीशन क्वालीफायर्स में बांग्लादेश और केन्या के बीच खेला गया.
50 रन पर छह विकेट, फिर सातवें विकेट के लिए 75 रन की नाबाद साझेदारी
इस मैच में केन्या की कप्तान मार्गेट ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया. बांग्लादेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 125 रन बनाए. दिलचस्प बात ये है कि बांग्लादेश के लिए सातवें और आठवें नंबर की बल्लेबाज ने सबसे ज्यादा रन बनाए. बांग्लादेश की ओपनर मुर्शिदा खातून ने 19 गेंदों पर 26 रन जरूर बनाए लेकिन फिर भी टीम के 6 विकेट 50 रन पर गिर गए थे. यहां से सलमा खातून और रितु मोनी ने सातवें विकेट के लिए 75 रन की साझेदारी की. सलमा ने 32 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से नाबाद 33 रन बनाए तो रितु ने 34 गेंदों पर तीन ही चौकों की मदद से नाबाद 39 रनों की पारी खेली.
22 गेंदों में लिए पांच विकेट
लक्ष्य बड़ा तो नहीं था, लेकिन केन्या की खराब शुरुआत ने इसे बेहद मुश्किल बना दिया. टीम के शुरुआती तीन विकेट 12 रन पर ही गिर गए. ये सिलसिला यहीं नहीं रुका. एक के बाद एक टीम के विकेट गिरते रहे और पूरी टीम सिर्फ 45 रनों पर सिमट गई. इसके लिए 12.4 ओवर लगे. केन्या के लिए सबसे ज्यादा शैरन जुमा ने बनाए जिन्होंने 20 गेंदों पर 24 रन की पारी खेली. सिर्फ शैरन ही दहाई का आंकड़ा छूने में कामयाब रहीं. बाकी छह खिलाड़ी खाता तक नहीं खोल सके. बांग्लादेश के लिए नाहिदा ने सबसे ज्यादा पांच विकेट लिए. उन्होंने 3.4 ओवरों की गेंदबाजी में सिर्फ 12 रन देकर पांच बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा. इस दौरान एक ओवर मेडन भी रहा.