टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी (53 रन पर आठ विकेट) करने वाली भारत की पूर्व स्पिनर नीतू डेविड को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है. वो हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली भारत की दूसरी महिला क्रिकेटर बन गई हैं. साउथ अफ्रीका के महान बल्लेबाज एबी डिविलियर्स और इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज एलिस्टेर कुक को भी हॉल ऑफ फेम में जगह मिली.
आईसीसी की तरफ से जारी रिलीज में नीतू ने कहा-
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना बेहद सम्मान की बात है, जिसे मैं नेशनल टीम की ओर से खेलने वाले किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ी मान्यता मानती हूं. ये इस महान खेल के लिए जीवन भर के समर्पण के बाद आता है और ये मेरे लिए इस मुकाम तक पहुंचने की एक बहुत ही खास यात्रा है.
नीतू ने आगे कहा-
अब तक के सबसे महान खिलाड़ियों के साथ हॉल ऑफ फेमर माना जाना शानदार है और मैं इस विशिष्ट क्लब का हिस्सा बनकर रोमांचित हूं.
नीतू का करियर
नीतू ने 1995 में 17 साल की उम्र में नेल्सन में न्यूजीलैंड के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने 1995 में ही जमशेदपुर में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की दो रन की करीबी हार के दौरान 53 रन देकर आठ विकेट चटकाए, जो आज भी महिला टेस्ट में एक पारी में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत गेंदबाजी का रिकॉर्ड है. नीतू ने 10 टेस्ट में 41 विकेट चटकाए, जबकि 97 वनडे में 16.34 की औसत से 141 विकेट हासिल किए. उन्होंने साल 2006 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, मगर इसके दो साल बाद अपना फैसला बदलते हुए एशिया कप और इंग्लैंड दौरे पर खेलीं.