भारतीय क्रिकेट टीम अभी न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारियों में लगी हुई. इस बीच घरेलू क्रिकेट का आगाज हो चुका है. इस कड़ी में रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड के मुकाबले पूरे हो चुके हैं. इनमें भारत के लिए खेले सात बड़े खिलाड़ियों के हालात बुरे रहे. इससे इनके ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया में वापसी की उम्मीदों को तगड़ी चोट पहुंची है. रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड के मैच 11 अक्टूबर को 19 अलग-अलग वेन्यू पर शुरू हुए थे.
चेतेश्वर पुजारा
यह धाकड़ बल्लेबाज तमिलनाडु के खिलाफ मैच में बुरी तरह से नाकाम रहा. सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में 16 रन बनाए. दूसरी पारी में उनका खाता ही नहीं खुला.
इशान किशन
बाएं हाथ का यह विकेटकीपर बल्लेबाज रणजी ट्रॉफी में झारखंड की कप्तानी कर रहा है. इशान किशन असम के खिलाफ मुकाबले की पहली पारी में 21 और दूसरी पारी में 6 रन बना सके. इस दौरान वे पहले मिडिल ऑर्डर और फिर ओपनर के तौर पर उतरे थे.
अजिंक्य रहाणे
वे मुंबई की कप्तानी कर रहे हैं. बड़ौदा के खिलाफ मुकाबले में अजिंक्य रहाणे बल्ले से रंग जमाने में नाकाम रहे. उन्होंने पहली पारी में 29 और दूसरी में 12 रन बनाए. वे दोनों पारियों में स्पिनर भार्गव भट के शिकार रहे. मुंबई को इस मुकाबले में बड़ौदा से 84 रन से शिकस्त मिली. इस तरह रहाणे को दोहरा झटका लगा.
श्रेयस अय्यर
भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे श्रेयस अय्यर का बल्ला भी रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड में खामोश रहा. वे मुंबई टीम का हिस्सा थे. बड़ौदा के खिलाफ पहली पारी में वे आठ गेंद खेलकर बिना खाता खोले आउट हुए. दूसरी पारी में उन्होंने 30 रन बनाए.
मयंक अग्रवाल
कर्नाटक की कप्तानी कर रहा यह बल्लेबाज मध्य प्रदेश के खिलाफ मुकाबले में खाता भी नहीं खोल पाया. उन्होंने तीन गेंद खोली और आउट हो गए.
रजत पाटीदार
मध्य प्रदेश के लिए खेलते हुए यह बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहा. कर्नाटक के खिलाफ मैच में पाटीदार छठे नंबर पर बैटिंग के लिए आए लेकिन 31 रन बनाने के बाद आउट हो गए. बारिश की वजह से दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं आई.
हनुमा विहारी
आंध्र की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेल रहे विहारी विदर्भ के खिलाफ मुकाबले में पहली पारी में एक रन बनाकर आउट हो गए. दूसरी पारी में 22 रन उनके बल्ले से निकले. वे इस मैच में बतौर ओपनर खेले.