टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर (Wasim Jaffer) आईपीएल के एक नियम से खुश नहीं हैं और वो चाहते हैं कि इस नियम को जल्द से जल्द बदल दिया जाए. जाफर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट के लिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम सही नहीं है. ट्विटर पर उन्होंने इस नियम के बारे में बताया जिसकी शुरुआत पिछले सीजन में हुई थी. जाफर ने कहा कि आईपीएल को इस नियम को हटा देना चाहिए क्योंकि ये ऑलराउंडर्स के इस्तेमाल को खत्म कर रहा है.
बता दें कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम के अनुसार कोई भी टीम प्लेइंग 11 से एक खिलाड़ी को सब्स्टीट्यूट मेंबर के रूप बदल सकती है. कुल 5 सब्सटीट्यूट खिलाड़ियों का नाम कप्तान को टॉस के वक्त बताना होता है. जाफर ने कहा कि डोमेस्टिक क्रिकेट में इस नियम के चलते भारत को आने वाले समय में ऑलराउंडर्स की दिक्कत आ सकती है.
ट्वीट के जरिए नियम को बताया गलत
जाफर ने ट्वीट कर कहा कि मुझे लगता है कि आईपीएल को इम्पैक्ट प्लेयर नियम खत्म कर देना चाहिए. ये ऑलराउंडर्स के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं है. क्योंकि न तो उन्हें ज्यादा गेंदबाजी और न ही बल्लेबाजी मिल पाएगी. और ये भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद खतरनाक है.
ऑलराउंडर्स को हो रहा है नुकसान
इम्पैक्ट प्लेयर नियम को बिग बैश लीग से लिया गया है. वहीं इसका इस्तेमाल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2023 में भी किया जा चुका है. नियम के चलते आपको ऑलराउंडर्स पर ज्यादा निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि सब्सटीट्यूट खिलाड़ियों में से आप किसी भी ऐसे खिलाड़ी को उस वक्त मैच में बुला सकते हो जब आपको उसकी जरूरत है.
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के अनुसार मैच के बीच में एक टीम एक खिलाड़ी को बदल सकती है. ये बदलाव तभी होता है जब टीम के कप्तान को लगता है कि मैच के दौरान सब्सटीट्यूट खिलाड़ी की उसे काफी ज्यादा जरूरत है. इम्पैक्ट प्लेयर को आप पारी की शुरुआत में भी इस्तेमाल कर सकते हो और ये ओवर खत्म होने के बाद, विकेट गिरने के बाद या फिर ओवर के बीच में भी एंट्री कर सकता है. चेन्नई सुपर किंग्स ने तुषार देशपांडे को आईपीएल इतिहास का पहला इम्पैक्ट प्लेयर बनाया था. उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ आईपीएल 2023 के ओपनिंग मुकाबले में अंबाती रायडू के बदले इस्तेमाल किया गया था. ऐसे में देखना होगा कि जाफर की बातों को असर कितना होता है और क्या आईपीएल 2024 में इस नियम का इस्तेमाल बंद होता है की नहीं.
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