क्विंटन डिकॉक ने बीते दिनों अपने रिटायरमेंट के फैसले से हर किसी को हैरान कर दिया था, क्योंकि वो अभी महज 31 साल के ही हैं. भारत में होने वाले वर्ल्ड कप 2023 के बाद वो वनडे फॉर्मेट से संन्यास ले लेंगे. फिलहाल वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज में बिजी हैं. साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया 5वें वनडे में जोहानिसबर्ग के मैदान पर आमने-सामने है. डिकॉक के लिए ये मुकाबला बेहद खास है, क्योंकि वो आखिरी बार अपने घर में इंटरनेशनल वनडे मैच खेलने उतरे.
डिकॉक का कहना कि उन्हें खुद का शरीर 40 साल का लगता है, जबकि आईडी पर उनकी उम्र 31 है, मगर वो फिर भी दिमागी तौर ऐसे एक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, जैसे 20 साल के हो.
मैच से पहले डिकॉक ने अपने वनडे संन्यास के फैसले पर कहा कि टेस्ट से संन्यास लेने के बाद वो खेलने के लिए लड़ रहे थे. जिन लोगों पर वो विश्वास करते हैं, उनसे उन्होंने बात की. उन लोगों ने साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज को कहा कि संन्यास लेने और दूसरे फॉर्मेट पर ध्यान देने में कोई शर्म नहीं. उन्होंने कहा कि पिछले 10-11 सालों की काफी यादें हैं.
डिकॉक ने कहा कि मेरा शरीर कहता है कि मैं 40 साल का हूं, मेरी आईडी कहती हैं कि मैं 31 साल का हूं, मैं अभी भी दिमाग से ऐसे दिखाने की कोशिश कर रहा हूं कि मैं हमेशा 20 साल का हूं. मैंने अपने दोस्त को कहाकि मैं हाथी हूं. मैं भूलता नहीं हूं. मुझे हर चीज की सारी डिटेल्स याद है.
फ्रेंचाइजी क्रिकेट का इफेक्ट
डिकॉक ने कहा कि समय के साथ काफी कुछ बदल गया. जब वो युवा थे तो सब कुछ आसान था, क्योंकि सीनियर्स जानते थे कि वो क्या कर सकते हैं. वो सिर्फ उन्हें खेलने देते थे. समय के साथ ये सब बदल गया. उन्होंने सिचुएशन के हिसाब से खेलने की कोशिश की. उन्होंने इससे भी इंकार नहीं किया है कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट ने उनके खेल और उनके फैसले को प्रभावित किया है.
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