पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ट्राई नेशन सीरीज का पहला मुकाबला लाहौर के मैदान में खेला गया. इस मैच के दौरान पाकिस्तान और न्यूजीलैंड दोनों टीमों को एक तगड़ा झटका लगा. पाकिस्तान के धाकड़ तेज गेंदबाज हारिस रऊफ जहां इंजर्ड हो गए. वहीं फील्डिंग करते समय न्यूजीलैंड के धाकड़ बल्लेबाज रचिन रवींद्र के माथे पर सीधा जाकर गेंद लगी तो उनके चेहरे से खून आने लगा और फिर उपचार के लिए उनको मैदान से बाहर ले जाया गया. लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में रचिन रवींद्र के चोटिल होने से अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को फैंस ने घेर लिया और आगामी चैंपियंस ट्रॉफी को पूरी तरह दुबई में शिफ्ट करने की मांग उठा दी.
38वें ओवर में हुआ हादसा
दरअसल, पाकिस्तान की टीम जब 331 रनों का चेज कर रही थी. तभी पारी के 38वें ओवर में माइकल ब्रेसवेल गेंदबाजी करने आए. उनकी दूसरी गेंद पर खुशदिल शाह ने लेग साइड की दिशा में हवा में शॉट खेला. इस पर बाउंड्री में फील्डिंग करने वाले रचिन रवींद्र कैच लेने के लिए आए और पूरी तरह से गेंद को जज नहीं कर सके. जिससे बॉल सीधा उनके माथे पर जा लगी और उनके चेहरे से खून आने लगा. इसके बाद मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और उनको मैदान से बाहर ले जाया गया.
रवींद्र खतरे से बाहर
रचिन रवींद्र की चोट पर अपडेट देते हुए न्यूजीलैंड क्रिकेट के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि 38वें ओवर में कैच लेते समय उनके माथ में चोट आई. जहां पर कट आया है. उनका उपचार मैदान से बाहर ले जाकर तुरंत कर दिया गया था. इसके बाद वह हेड इंजरी एसेसमेंट के पहले टेस्ट से गुजरे और सब कुछ सही रहा है. अब उनका उपचार इसी प्रक्रिया के तहत आगे होगा.
रवींद्र के घायल होने पर भड़के फैंस
वहीं रवींद्र के घायल होने के बाद न सिर्फ भारतीय फैंस बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को घेरा और लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम की लाइट्स पर सवाल खड़े कर दिए. एक यूजर ने लिखा कि आईसीसी ऐसे मैदानों में अंतरराष्ट्रीय मैच कैसे होने दे सकती है. आईसीसी को प्लेयर्स की सुरक्षा सर्वोपरि रखनी चाहिए. अगर ऐसा पाकिस्तान नहीं कर सकता तो फिर चैंपियंस ट्रॉफी को पूरी तरह दुबई में शिफ्ट कर देना चाहिए.
एक अन्य यूजर ने लिखा कि रचिन रविंद्र पूरी पाकिस्तान टीम से बेहतर फील्डर है. अगर उसे भी कैच लेते समय गेंद नहीं दिखी तो ये लाइट्स की समस्या है.
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