टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant Accident) का शुक्रवार सुबह तड़के भीषण एक्सीडेंट हुआ. दिल्ली से अपने घर रुड़की लौटते समय उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई. जिसके चलते पंत को कई चोटें भी आई और उनकी जान बचाने वाले हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत को अब सम्मनित किया जाएगा. इन दोनों ने इंसानियत की मिशाल पेश की है.
सुशील और परमजीत ने मौके पर एम्बुलेंस बुलाई और पंत को निकट के सक्षम अस्पताल ले गए. जहां पर पंत का को तुरंत इस्लाज मिला और इसके बाद उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल भेज दिया गया. इस तरह सुशील और परमजीत के काम की सराहना करते हुए उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, "सड़क दुर्घटना के बाद, किसी भी पीड़ित के लिए पहला घंटा सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है. उस एक घंटे के भीतर पीड़ित को उचित इलाज मिलना जरूरी होता है. इस सामाजिक व्यवहार को प्रोत्साहित करने के लिए गुड समैरिटन योजना शुरू की गई है."
परिवहन मंत्री ने भी की सराहना
वहीं उत्तराखंड के डीजीपी के अलावा हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा, "हमारे दोनों लोगों ने बहुत ही सराहनीय काम किया है. हमारे कर्मचारी समय-समय पर लोगों की मदद करते रहते हैं. जैसे किसी का कोई कीमती सामान रह जाता है तो उन्हें मालिक तक पहुंचाते हैं. उन्होंने एक बार फिर से अद्भुत काम किया. ऐसे सभी कर्मचारियों को समानित किया जाएगा."
बता दें कि पंत का जिस समय एक्सीडेंट हुआ. ठीक उसी समय बस ड्राइवर सुशील कुमार दूसरी तरफ से हरिद्वार से दिल्ली की तरफ जा रहे थे. ऐसे में पंत की कार अचानक उनके सामने आ गई और उन्होंने ब्रेक लगाया. जिसके बाद उन्होंने पंत की मदद की और एम्बुलेंस लेकर उन्हें अस्पताल तक भी पहुंचाया. अब पंत का इलाज देहरादून में जारी है और वह किसी भी प्रकार के खतरे से बाहर है. वहीं पंत के कार से बाहर निकलते ही उनकी कार जलकर खाक हो गई थी.