जिम्बाब्वे के अनुभवी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर ने गुरुवार को चार साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में सफल वापसी की. न्यूजीलैंड के खिलाफ बुलावायो के क्वीन स्पोर्ट्स क्लब के मैदान पर दूसरे मैच के लिए जैसे ही उन्होंने मैदान पर कदम रखा, इसके बाद ही उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को पीछे छोड़ दिया.
एंडरसन को छोड़ा पीछे
अपने करियर का 35वां टेस्ट में खेलते हुए टेलर ने 21वीं सदी में डेब्यू करने वाले सभी क्रिकेटरों में सबसे लंबे टेस्ट करियर (साल के हिसाब से) के मामले में इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को पीछे छोड़ दिया. 1989 के बाद से केवल भारत के दिग्गज सचिन तेंदुलकर का ही टेस्ट करियर टेलर से लंबा रहा, जिन्होंने 24 साल और 1 दिन की अवधि में 200 टेस्ट मैच खेले हैं.
छह मई 2004 में डेब्यू करने वाले टेलर का टेस्ट करियर 21 साल 93 दिन का हो गया है. जबकि एंडरसन का टेस्ट करियर 21 साल 51 दिन का था. ओवरलऑल टेलर क्रिकेट इतिहास में 12वें सबसे लंबे टेस्ट करियर वाले खिलाड़ी हैं. इस लिस्ट में टॉप पर इंग्लैंड के विल्फ्रेंड रोड्स का नाम है, जिनका टेस्ट करियर 30 साल 315 दिन का रहा था.
2005 के बाद पहली बार बल्लेबाजी की शुरुआत करते हुए टेलर ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज जैकब डफी की गेंद पर चौका लगाकर अपना पहला रन बनाया. बैन के बाद अपना पहला टेस्ट खेल रहे टेलर ने जिम्बाब्वे की पहली पारी में 44 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने छह चौके लगाए.