दलीप ट्रॉफी फाइनल: स्पिनर्स का कमाल, रजत पाटीदार की कप्तानी में सेंट्रल ज़ोन हावी

भारत के घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट दिलीप ट्रॉफी का फाइनल बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेला जा रहा है। पहले दिन सेंट्रल ज़ोन ने साउथ ज़ोन पर अपना दबदबा बनाया। साउथ ज़ोन की टीम अपनी पहली पारी में मात्र 149 रनों पर ऑल आउट हो गई। सेंट्रल ज़ोन के स्पिन गेंदबाजों कुमार कार्तिकेय और सारांश जैन ने मिलकर नौ विकेट झटके। कुमार कार्तिकेय ने 21 ओवर में 53 रन देकर चार विकेट लिए, जबकि सारांश जैन ने 24 ओवर में 49 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। सेंट्रल ज़ोन के कप्तान रजत पाटीदार ने तेज गेंदबाजों को मदद न मिलने पर स्पिनरों को गेंद सौंपी, जो एक महत्वपूर्ण निर्णय साबित हुआ। बल्लेबाजी में भी सेंट्रल ज़ोन ने बिना कोई विकेट खोए अच्छी शुरुआत की। एक वक्ता ने कहा, "मैंने आपको क्या बोला था की सेंट्रल ज़ोन एक इकलौती ऐसी टीम है। जीस पे नजर वो फाइनल में जाएगी और वो सबसे बड़ी दावेदार है इस ट्रॉफी को उठाने की।" साउथ ज़ोन को एन जगदीशन और देवदत्त पडिक्कल की अनुपस्थिति का असर दिखा। सेंट्रल ज़ोन की टीम अब एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही है।

भारत के घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट दिलीप ट्रॉफी का फाइनल बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेला जा रहा है। पहले दिन सेंट्रल ज़ोन ने साउथ ज़ोन पर अपना दबदबा बनाया। साउथ ज़ोन की टीम अपनी पहली पारी में मात्र 149 रनों पर ऑल आउट हो गई। सेंट्रल ज़ोन के स्पिन गेंदबाजों कुमार कार्तिकेय और सारांश जैन ने मिलकर नौ विकेट झटके। कुमार कार्तिकेय ने 21 ओवर में 53 रन देकर चार विकेट लिए, जबकि सारांश जैन ने 24 ओवर में 49 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। सेंट्रल ज़ोन के कप्तान रजत पाटीदार ने तेज गेंदबाजों को मदद न मिलने पर स्पिनरों को गेंद सौंपी, जो एक महत्वपूर्ण निर्णय साबित हुआ। बल्लेबाजी में भी सेंट्रल ज़ोन ने बिना कोई विकेट खोए अच्छी शुरुआत की। एक वक्ता ने कहा, "मैंने आपको क्या बोला था की सेंट्रल ज़ोन एक इकलौती ऐसी टीम है। जीस पे नजर वो फाइनल में जाएगी और वो सबसे बड़ी दावेदार है इस ट्रॉफी को उठाने की।" साउथ ज़ोन को एन जगदीशन और देवदत्त पडिक्कल की अनुपस्थिति का असर दिखा। सेंट्रल ज़ोन की टीम अब एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही है।