ड्यूक्स बॉय विवाद: टेस्ट क्रिकेट में कैसे बदली जाती है गेंद, जानें पूरी प्रक्रिया!

इंडिया बनाम इंग्लैंड सीरीज में ड्यूक्स बॉल एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है, क्योंकि यह जल्दी सॉफ्ट हो रही है और खिलाड़ी गेंद बदलने की मांग कर रहे हैं। अंपायरों के लिए गेंद बदलना आसान नहीं होता क्योंकि इसके खास नियम हैं। "दी बॉल इस चेंज्ड इफ देर इस क्लियर डॅमेज वेटनेस ऑर लॉस ऑफ़ शेप बॉल में अगर क्लियर डॅमेज होगा, बियर एंड टियर होगा या शेप बदल जाएगी, तभी ये बॉल चेंज हो पाएगी।" गेंद को बदलने का एक तरीका गेज से उसकी जांच करना भी है। बदली हुई गेंदें 'बॉल लाइब्रेरी' से आती हैं, जो मेजबान एसोसिएशन द्वारा स्थानीय/घरेलू मैचों या अभ्यास टीमों से लाई जाती हैं। बदली हुई गेंदें बिल्कुल नई नहीं होतीं, बल्कि लगभग उसी समय की और समान टूट-फूट वाली होती हैं। इस बार ड्यूक्स बॉल का लॉट अलग है और मौसम के कारण भी इसका व्यवहार बदल रहा है, जिससे गेंदबाजों को उतनी मदद नहीं मिल रही है।

इंडिया बनाम इंग्लैंड सीरीज में ड्यूक्स बॉल एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है, क्योंकि यह जल्दी सॉफ्ट हो रही है और खिलाड़ी गेंद बदलने की मांग कर रहे हैं। अंपायरों के लिए गेंद बदलना आसान नहीं होता क्योंकि इसके खास नियम हैं। "दी बॉल इस चेंज्ड इफ देर इस क्लियर डॅमेज वेटनेस ऑर लॉस ऑफ़ शेप बॉल में अगर क्लियर डॅमेज होगा, बियर एंड टियर होगा या शेप बदल जाएगी, तभी ये बॉल चेंज हो पाएगी।" गेंद को बदलने का एक तरीका गेज से उसकी जांच करना भी है। बदली हुई गेंदें 'बॉल लाइब्रेरी' से आती हैं, जो मेजबान एसोसिएशन द्वारा स्थानीय/घरेलू मैचों या अभ्यास टीमों से लाई जाती हैं। बदली हुई गेंदें बिल्कुल नई नहीं होतीं, बल्कि लगभग उसी समय की और समान टूट-फूट वाली होती हैं। इस बार ड्यूक्स बॉल का लॉट अलग है और मौसम के कारण भी इसका व्यवहार बदल रहा है, जिससे गेंदबाजों को उतनी मदद नहीं मिल रही है।