भारत से 2020 मैच में हारने के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर युसुफ युहाना ने भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है. युसुफ युहाना ने पाकिस्तान में एक टीवी प्रोग्राम के दौरान यह भद्दी टिप्पणी की, जिस भाषा का प्रयोग किया गया वह टेलीविजन पर बताई नहीं जा सकती. युसुफ युहाना, जिन्हें अब मोहम्मद युसुफ के नाम से जाना जाता है, अपने धर्म की वजह से पाकिस्तान में एक अजीब स्थिति में थे और उन्हें धर्मांतरण करना पड़ा था. सूर्यकुमार यादव की कप्तानी, रवैया और प्रदर्शन तीनों ने पाकिस्तान को मुश्किल में डाल दिया था. इस घटना के बाद पाकिस्तान की मानसिकता पर सवाल उठ रहे हैं. शोएब अख्तर जैसे खिलाड़ी भी परिवार में लड़ाई-झगड़े की बात कर रहे हैं, लेकिन भारत में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछकर हिंदुओं को मारे जाने से गहरा रोष है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया गया. पाकिस्तान द्वारा मैच रेफरी को हटाने की मांग और मैच छोड़ने की धमकी पर भी चर्चा हुई. यह भी बताया गया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष, एशियन क्रिकेट काउंसिल के प्रमुख और पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री एक ही व्यक्ति हैं, जिससे हितों का टकराव होता है. पाकिस्तान की वित्तीय निर्भरता और दुबई में वीजा संबंधी समस्याओं का भी जिक्र हुआ. इस पूरे मामले पर एक टिप्पणी थी कि "थूक के चाटना पाकिस्तान की फितरत है।"
सूर्यकुमार यादव पर पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटर की अभद्र टिप्पणी, क्रिकेट में नया विवाद!
भारत से 2020 मैच में हारने के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर युसुफ युहाना ने भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है. युसुफ युहाना ने पाकिस्तान में एक टीवी प्रोग्राम के दौरान यह भद्दी टिप्पणी की, जिस भाषा का प्रयोग किया गया वह टेलीविजन पर बताई नहीं जा सकती. युसुफ युहाना, जिन्हें अब मोहम्मद युसुफ के नाम से जाना जाता है, अपने धर्म की वजह से पाकिस्तान में एक अजीब स्थिति में थे और उन्हें धर्मांतरण करना पड़ा था. सूर्यकुमार यादव की कप्तानी, रवैया और प्रदर्शन तीनों ने पाकिस्तान को मुश्किल में डाल दिया था. इस घटना के बाद पाकिस्तान की मानसिकता पर सवाल उठ रहे हैं. शोएब अख्तर जैसे खिलाड़ी भी परिवार में लड़ाई-झगड़े की बात कर रहे हैं, लेकिन भारत में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछकर हिंदुओं को मारे जाने से गहरा रोष है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया गया. पाकिस्तान द्वारा मैच रेफरी को हटाने की मांग और मैच छोड़ने की धमकी पर भी चर्चा हुई. यह भी बताया गया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष, एशियन क्रिकेट काउंसिल के प्रमुख और पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री एक ही व्यक्ति हैं, जिससे हितों का टकराव होता है. पाकिस्तान की वित्तीय निर्भरता और दुबई में वीजा संबंधी समस्याओं का भी जिक्र हुआ. इस पूरे मामले पर एक टिप्पणी थी कि "थूक के चाटना पाकिस्तान की फितरत है।"

SportsTak
अपडेट: