इंग्लैंड में खेली जा रही काउंटी चैंपियनशिप में 3 जुलाई को एक रोमांचक टक्कर देखने को मिली. ग्लेमॉर्गन की टीम ग्लूसेस्टरशर के खिलाफ 593 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच टाई करा बैठी. मैच की आखिरी गेंद पर जब उसे एक रन की दरकार थी तब विकेटकीपर जेम्स ब्रेसी ने जबरदस्त कैच लेकर विकेट गिरा दिया. इसके साथ ही फर्स्ट क्लास क्रिकेट का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बाल-बाल बच गया. यह रिकॉर्ड भारत की वेस्ट जोन टीम के नाम है जिसने 2010 में यूसुफ पठान के विस्फोटक खेल से साउथ जोन से मिला 541 रन का लक्ष्य हासिल किया था.
चेल्टनहेम में खेले गए मुकाबले में ग्लूसेस्टरशर की टीम पहली पारी में 179 रन पर सिमट गई थी. इसके जवाब में ग्लेमॉर्गन के बल्लेबाज भी ज्यादा रन नहीं बना सके और 197 पर निपट गए. ग्लूसेस्टरशर ने दूसरी पारी में कमाल की बैटिंग की और पांच विकेट पर 610 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. उसके लिए ब्रेसी ने नाबाद 204, कैमरन बेनक्रॉफ्ट ने 184 और माइल्स हेमंड ने 121 रन की पारी खेली. इससे ग्लेमॉर्गन को 593 रन का लक्ष्य मिला. उसकी तरफ से कप्तान सैम नॉर्थईस्ट ने 187 तो मार्नस लाबुशेन ने 119 रन की पारियां खेलीं. बाकी बल्लेबाजों ने भी उपयोगी योगदान दिया. लेकिन लगातार विकेट भी गिरते रहे.
इंग्लैंड के नाम है फर्स्ट क्लास क्रिकेट में चौथी पारी का सर्वोच्च स्कोर
फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में चौथी पारी में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है जिसने 1939 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 696 रन का पीछा करते हुए पांच विकेट पर 654 रन बना दिए थे और मैच ड्रॉ रहा था. फिर महाराष्ट्र का नाम आता है जिसने 1949 में बॉम्बे (मुंबई) के खिलाफ 959 रन का पीछा करते हुए 604 रन बनाए लेकिन हार का सामना करना पड़ा. तीसरे नंबर पर अब ग्लेमॉर्गन का नाम है जो 593 रन का पीछा करते हुए 592 रन बना सका. 1946 में ट्रिनिडाड ने 672 रन का पीछा करते हुए बारबडोस के खिलाफ आठ विकेट पर 576 रन बनाए थे.
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