Mumbai Indians vs Delhi Capitals WPL 2025: भारत में आईपीएल की तर्ज पर खेली जाने वाली वाली वीमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के दूसरे दिन ही थर्ड अंपायर के फैसले को लेकर हड़कंप मच गया. जब 15 गेंद के भीतर एक दो नहीं बल्कि तीन-तीन रन आउट के फैसले ने सबको चौंका दिया. इससे मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर भी झल्ला गईं और अंत में उनकी टीम को आखिरी गेंद में दो विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
थर्ड अंपायर ने क्या किया ?
दरअसल, दिल्ली कैपिटल्स की महिला टीम 165 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. तभी पारी के 18वें ओवर में शिखा पांडे के रन आउट के फैसले से विवाद की शुरुआत हुई. शिखा ने 18वें ओवर की चौथी गेंद पर सिंगल लेना चाहा. लेकिन नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़ी निकी प्रसाद ने उनको वापस भेजा. इस पर स्ट्राइकर एंड पर डायरेक्ट थ्रो लगा. मैदानी अंपायर ने फैसले को थर्ड अंपायर के पास भेजा. अब थर्ड अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने देखा कि जब स्टंप्स की लाइट जल रही थी तो शिखा का बैट लाइन से बाहर था. लेकिन उन्होंने लाइट्स पर ध्यान नहीं दिया और जब बेल्स हवा में थी तो शिखा अंदर पाई गई. इस पर गायत्री ने उनको नॉट आउट दिया तो मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत खुश नजर आई.
19वें और अंतिम गेंद पर भी बवाल
इसके बाद पारी के 19वें ओवर में राधा यादव और अंतिम ओवर की आखिरी गेंद पर अरुंधति रेड्डी के खिलाफ भी थर्ड अंपायर गायत्री ने स्टंप्स की लाइट नहीं बल्कि बेल्स पर ही जोर दिया. जिससे ये दोनों खिलाड़ी भी रन आउट होने से बच गईं. इन तीनों मौके पर जब बेल्स कि लाइट जली तो बैट क्रीज से बाहर रहा. लेकिन जब बेल्स हवा में थी तो बैट अंदर पाया गया. इसे ध्यान में रखते हुए गायत्री ने आउट नहीं दिया तो अब हंगामा खड़ा हो गया है.
माइक हेसन ने क्या कहा ?
न्यूजीलैंड और आरसीबी के पूर्व हेड कोच माइक हेसन ने इस मामले पर तवीत करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता कि अंपायर ने ऐसा क्यों तय किया कि जिंगल बेल्स लागू नहीं होगी. एक बार बेल्स जलने से उसका कनेक्शन टूट जाता है. इसलिए विकेट बिखर जाते हैं. ये खेल की कंडीशन के अनुसार होता है. पिछले 10 मिनट जैसी उलझन कभी देखने को नहीं मिली.
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