IND vs ENG : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में ऋषभ पंत बुरी तरह इंजर्ड हुए और उनके पैर के अंगूठे के पास चोट आ गई थी. इसके चलते ऋषभ पंत क्रीज पर खड़े भी नहीं हो सके और उनको मैदान से बाहर जाना पड़ा. पंत की इंजरी पर बाद में अपडेट आई कि उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया. लेकिन इसके बाद भी टीम के लिए जरूरत पड़ने पर जब वो बल्लेबाजी करने आए तो सभी ने मैदान में खड़े होकर उनका इस्तकबाल किया. पंत के इसी जज्बे को लेकर अब करुण नायर ने बड़ा बयान दिया.
ऋषभ पंत को टूटे पैर के साथ बल्लेबाजी करते देखना, पूरी सीरीज के लिए सबसे यादगार पल था. उनको बैटिंग के लिए जाते देखना सबके लिए आश्चर्यजनक था. उनकी ये चीज दिखाती है कि वो कितने महान खिलाड़ी हैं. इससे भी ज्यादा वो कैसे इंसान हैं. उन्होंने उदाहरण पेश किया कि टीम के लिए सब कुछ पहले रखना है पर किसी व्यक्ति विशेष के बारे के नहीं.
वहीं करुण नायर ने आगे अपनी बैटिंग को लेकर कहा,
ओवल में शानदार शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाने से मैं काफी निराश था. लेकिन पीछे मुड़कर देखें तो टीम के मुश्किल समय पर खड़े रहकर मेहनत करना भी काफी अहम था. मैंने उस मैदान पर पहले भी सर्रे के खिलाफ नॉर्थेंट्स के लिए 150 रन बनाए थे. इसलिए घबराहट तो थी लेकिन मैं अच्छा महसूस कर रहा था.
आठ साल बाद फीकी रही करुण नायर की वापसी
करुण नायर की आठ साल बाद टेस्ट टीम इंडिया में वापसी हुई थी लेकिन वह कुछ ख़ास कमाल नहीं कर सके. इंग्लैंड दौरे पर खेले चार टेस्ट मैचों की आठ पारियों में नायर के बल्ले से सिर्फ 205 रन आए और 57 रन की पारी उनकी बेस्ट रही. नायर भारत के लिए 10 टेस्ट मैचों में 579 रन बना चुके हैं.
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