भारत के पूर्व कप्तान और लेजेंड सुनील गावस्कर ने बिना रोहित शर्मा का नाम लिए उनकी आक्रामक बल्लेबाजी पर सवाल उठाए. मुंबई की टीम ने हाल ही में रणजी में जम्मू कश्मीर के खिलाफ मुकाबला खेला था जिसमें टीम को हार मिली थी. मुंबई की तरफ से स्टार बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप रहे थे. इसमें भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का भी नाम शामिल है जो पहली पारी में सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हो गए. वहीं दूसरी पारी में इस बल्लेबाज ने 28 रन ठोके जिसमें उन्होंने 3 छक्के और 2 चौके लगाए.
हर जगह आप आक्रामक बैटिंग नहीं कर सकते
मुंबई के टेस्ट बल्लेबाजों का इस तरह से आउट होना गावस्कर को नहीं भाया. सुनील गावस्कर ने अब इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. गावस्कर ने कहा कि आपको हर समय आक्रामक खेलने की जरूरत नहीं है. कई बार फ्लैट पिचों पर इस तरह का रवैया काम आता है लेकिन जहां पर गेंद थोड़ी मूव होती है वहां पर ये तरीका फ्लॉप हो सकता है. इस तरह आपके पास शानदार तकनीक होनी चाहिए.
स्पोर्ट्सस्टार के लिए एक कॉलम में गावस्कर ने कहा कि, मैं रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर से खुश नहीं हूं. भारतीय कप्तान क्रीज पर जब थे तब वो लय में नजर नहीं आ रहे थे. वहीं अय्यर ने क्रीज पर बिना जमे ही गेंदबाजों पर हमला बोलना शुरू कर दिया. गावस्कर ने यहां शार्दुल ठाकुर और तनुष कोटियन की भी तारीफ की. ठाकुर ने शतक ठोका.
गावस्कर ने अपनी कॉलम में सिडनी टेस्ट हार पर भी बड़ा बयान दिया और कहा कि, अगर आप अपनी नॉर्मल बैटिंग से अलग बैटिंग करोगे तो आप आउट हो जाओगे. यहां आपको कॉमन सेंस और इंतजार करना होगा. अगर मुंबई के बल्लेबाज धैर्य दिखाते तो वो 50 रन और जोड़ सकते थे मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट बचाने के लिए बल्लेबाजों ने खेला रणजी
सुनील गावस्कर ने आगे कहा कि, रोहित शर्मा और अय्यर ने इसलिए रणजी मैच में हिस्सा लिया क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि उनका सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट छिन जाए. इशान किशन और अय्यर के साथ पहले ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि उन्होंने रणजी मैच नहीं खेला था. रोहित और अय्यर इसकी सच्चाई जानते हैं. बता दें कि आयुष म्हात्रे बेहतरीन फॉर्म में हैं. लेकिन रोहित और जायसवाल को खिलाने के लिए मुंबई ने उन्हें ड्रॉप कर दिया.