हर एक भारतीय फुटबॉल प्रेमी का सपना अपनी टीम को फीफा वर्ल्ड कप में खेलते देखना है. पिछले कुछ समय से टीम कमाल का भी प्रदर्शन कर रही है. भारतीय टीम फीफा वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफाई करने से महज कुछ ही दूर थे, मगर कतर के खिलाफ एक विवादित गोल ने भारतीय टीम समेत करोड़ों फैंस का सपना चकनाचूर कर दिया. दोहा में विश्व कप क्वालीफाइंग में कतर के खिलाफ अहम मुकाबले में भारत को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में भारतीय टीम आगे चल रही थी, मगर कतर के एक विवादित गोल ने स्कोर बराबर कर दिया और फिर कतर एक गोल और दागकर जीत हासिल कर ली.
अब अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने मैच आयुक्त को शिकायत करके दोहा में वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग के अपने अहम मुकाबले में कतर को विवादास्पद गोल देने की जांच की मांग की है. AIFF के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने ‘गोल की गहन जांच’ की मांग है. मंगलवार को जस्सिम बिन हमाद स्टेडियम में करो या मरो के मुकाबले में भारत की 1-2 की हार के दौरान रेफरी किम वू सुंग ने गोल को स्वीकृति दी थी, जबकि इससे पहले ही गेंद खेल के मैदान से बाहर जा चुकी थी.
इस गोल पर काफी विवाद हुआ, क्योंकि इसने 2026 के टूर्नामेंट के लिए भारत को पहली बार फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में जगह बनाने से दूर कर दिया. AIFF के एक अधिकारी ने बताया-
मैदान से बाहर चली गई थी गेंद
ईरान के हामेद मोमेनी इस मुकाबले के मैच आयुक्त थे. मैच आयुक्त की भूमिका मैच के आयोजन की निगरानी करना और ये सुनिश्चित करना है कि मुकाबले के दौरान फीफा के नियमों का पालन किया जाए. मैच के 73वें मिनट में अब्दुल्लाह अलाहरक की फ्री किक पर यूसेफ आयमेन ने हेडर की कोशिश की, जिसे भारतीय कप्तान और गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने रोक दिया. गुरप्रीत हालांकि मैदान पर गिर गए और इस दौरान गेंद खेल के मैदान से बाहर चली गई. हाशमी हुसैन किक मारकर गेंद को दोबारा खेल के मैदान में ले आए और आयमेन ने गोल कर दिया. गेंद के खेल के मैदान से बाहर जाने के कारण खेल रोका जाना चाहिए था और कतर को कॉर्नर किक मिलनी चाहिए थी, क्योंकि गुरप्रीत गेंद के बाहर जाने से पहले उससे संपर्क करने वाले आखिरी खिलाड़ी थे.
रेफरी को कतर को दिया गोल
भारतीय खिलाड़ी हालांकि उस समय हताश हो गए, जब रेफरी ने कतर को गोल दे दिया और मेहमान टीम के कड़े विरोध के बावजूद मैदानी अधिकारी अपने फैसले पर बरकरार रहा. नियम के अनुसार अगर गेंद ‘गोल लाइन या टचलाइन’ से मैदान पर या हवा में पूरी तरह से बाहर निकल जाती है तो उसे खेल से बाहर माना जाएगा. भारत के कोच इगोर स्टिमक ने बाद में निराशा जताते हुए कहा कि इस गोल ने उनकी टीम के सपने को खत्म कर दिया.
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