'रोनाल्डो' की तस्वीर से मिली प्रेरणा, टीम आखिरी दम तक लड़ी
भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में अपने आगमन के बाद से ही एक असाधारण चरित्र का प्रदर्शन किया है। सुनील गावस्कर ने बताया कि लगभग दो महीने पहले जब टीम इंग्लैंड पहुंची थी, तब कई सवाल उठाए गए थे कि क्या यह टीम भारतीय क्रिकेट की 'गोल्डन जनरेशन' को आगे ले जा पाएगी। गावस्कर के अनुसार, टीम ने इन सभी शंकाओं को दूर करते हुए मैदान पर 'नेवर गिव अप' का जज्बा दिखाया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की बॉडी लैंग्वेज हमेशा सकारात्मक रही, चाहे स्कोर कुछ भी हो, उन्होंने कभी हार नहीं मानी। यह एक ऐसी टीम है जो आखिरी दम तक लड़ती है और हार नहीं मानती। गावस्कर ने मोहम्मद सिराज के एक किस्से का भी जिक्र किया, जिसमें सिराज ने बताया कि उन्हें सुबह नींद नहीं आ रही थी और उन्होंने इंटरनेट पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की एक तस्वीर देखी, जिसे उन्होंने अपनी डीपी बना लिया और पूरे दिन उसी से प्रेरणा लेते रहे। गावस्कर ने मैच के महत्वपूर्ण मोड़ जो रूट और जेमी स्मिथ के विकेटों को बताया, जिन्होंने खेल का रुख बदल दिया। टीम ने अंततः छह रनों से जीत हासिल की, जो उनकी दृढ़ता और लड़ने की भावना का प्रमाण है। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि जो टीम या खिलाड़ी हार नहीं मानता, उसकी सफलता की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं।