डबल ओलिंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने भारतीयों से अनुरोध किया है कि वे रजत पदक के लिए कोर्ट में चल रही लड़ाई के दौरान पहलवान विनेश फोगाट को न भूलें. इंडिया हाउस के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, नीरज ने कहा कि फैंस में उन एथलीट्स को भूलने की प्रवृत्ति होती है जो ओलिंपिक से पदक नहीं लाते हैं. नीरज ने जनता से अपील की कि विनेश के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए.
भारत की विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किग्रा स्वर्ण पदक बाउट से अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि बाउट की सुबह वह अपना वजन घटा नहीं पाईं. विनेश का वजन सिर्फ 100 ग्राम ज़्यादा था और उन्हें यूएसए की सारा एन हिल्डेब्रांट से लड़ने की अनुमति नहीं दी गई.
देशवासियों ने नीरज चोपड़ा ने की अपील
नीरज चोपरा ने इंडिया ओपन हाउस में दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, "हम सभी जानते हैं कि अगर उसे पदक मिलता है तो यह वाकई बहुत अच्छा होगा. अगर ऐसी स्थिति नहीं आती तो उसे पदक मिल जाता. अगर हमें पदक मिलता तो लोग हमें कुछ समय के लिए याद रखते हैं और कहते हैं कि हम उनके चैंपियन हैं, लेकिन अगर हमें पदक नहीं मिलता तो वे हमें भूल जाते हैं...मैं लोगों से बस इतना अनुरोध करना चाहता हूं कि विनेश ने देश के लिए जो किया है उसे न भूलें."
बता दें कि कुश्ती में 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ विनेश फोगाट की अपील पर फैसला शनिवार, 13 अगस्त को आ सकता है क्योंकि कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट (CAS) के के अध्यक्ष ने पैनल को दी गई समय सीमा बढ़ा दी है. प्रभाग ने पैनल को कुछ और घंटे दिए हैं क्योंकि विचार-विमर्श का समय अब 11 अगस्त को स्थानीय समयानुसार रात 9:30 बजे समाप्त होने की उम्मीद है. खेल पंचाट न्यायालय (CAS) ने ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ विनेश फोगाट की अपील की समीक्षा के लिए पेरिस में तीन घंटे की सुनवाई की. विनेश ने वर्चुअल रूप से भाग लेते हुए अदालत के सामने अपना मामला रखा, जिसका उद्देश्य फैसले को पलटना था.
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