Paris Olympic 2024 : टोक्यो ओलिंपिक 2020 के गोल्ड मेडलिस्ट और वर्ल्ड नंबर-2 खिलाड़ी विक्टर एक्सलसेन के सामने भारत के लक्ष्य सेन टिक नहीं सके. विक्टर ने उनको सेमीफाइनल में लगातार दो सीधे गेम में 22-20, 21-14 से हराया और इसके साथ ही लक्ष्य सेन का सफर समाप्त हो गया. लक्ष्य सेन भारत के लिए ओलिंपिक का सेमीफाइनल खेलने वाले पहले पुरुष शटलर बने थे मगर वह इस स्टेज से आगे नहीं जा सके. वहीं विक्टर के पास अब टोक्यो ओलिंपिक 2020 के बाद लगातार पेरिस ओलिंपिक में दूसरा गोल्ड मेडल जीतने का मौका है. सेमीफाइनल में हार के बावजूद लक्ष्य मेडल की रेस में बने हुए हैं और उनका सामना अब ब्रॉन्ज मेडल के मैच में मलेशिया के ली जी जिया से पांच अगस्त को होगा.
दूसरे गेम में भी डानिश खिलाड़ी लक्ष्य सेन पर पड़ा भारी
दूसरे गेम में भी विक्टर ने पहला अंक अर्जित किया. इसके बाद लक्ष्य सेन ने फिर से लगातार सात अंक लेकर शुरुआत में 7-1 की मजबूत बढ़त बनाई. लेकिन कमबैक के लिए जाने वाले विक्टर ने मजबूत डिफेंसिव गेम के साथ अटैक करना शुरू किया और 4-8 से पीछे होने के बाद तीन अंक लगातार लिए. जिससे वह फिर लक्ष्य के करीब 7-8 से पहुंच गए थे. इसके बाद दोनों खिलाड़ी अंक लेकर आगे बढ़ते गए और जब स्कोर में 13-15 से लक्ष्य सेन पीछे चल रहे थे. फिर विक्टर ने दो अंक लिए और एक अंक देकर जब स्कोर 14-17 किया तो लक्ष्य को वापसी का मौका नहीं दिया और दनादन स्मैश के साथ अटैक करते हुए सेन को कोर्ट में चारों खाने चित्त कर दिया. जिससे विक्टर ने 21-14 से दूसरे गेम को जीत दर्ज करने के साथ ओलिंपिक के लगातार दूसरे फाइनल में जगह बना ली. वहीं लक्ष्य सेन का सफर समात हो गया और अब वह कांस्य पदक का मैच खेलते नजर आएंगे.
विक्टर और लक्ष्य सेन के बीच पहला बैडमिंटन मुकाबला साल 2020 में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के दौरान हुआ था, जिसमें महज 45 मिनट में विक्टर ने लक्ष्य सेन को 21-17, 21-18 से हराया था. इसके बाद से लेकर अभी तक दोनों खिलाड़ियों के बीच कुल आठ मुकाबले खेले जा चुके हैं. जिसमें सात बार विक्टर ने तो सिर्फ एक बार लक्ष्य सेन ने 2022 में जर्मन ओपन में उन्हें तीन गेम तक चले मुकाबले में हराया था. इसके अलावा पिछली बार इन दोनों खिलाड़ियों का सामना इसी साल मई माह में सिंगापुर बैडमिंटन ओपन के दौरान हुआ था और उसमें भी विक्टर ने लक्ष्य सेन को मात दी थी.
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