भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है, वो उनसे पहले किसी भारतीय ने नहीं किया. मनिका पेरिस ओलिंपिक में सिंगल्स के प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है और वो ओलिंपिक के प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गई. भारतीय स्टार ने मेजबान फ़्रांस की 19 साल की प्रिथिका पावदे को हराया. राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में मनिका ने वर्ल्ड नंबर 18 प्रिथिका को 4-0 (11-9, 11-6, 11-9, 11-7) से मात देकर राउंड 16 के लिए जगह बनाई. इससे पहले मनिका ने राउंड 64 के मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन की एना हर्सी को 4-1 से हराया था.
ओलिंपिक इतिहास में किसी भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी के लिए सबसे यादगार मैचों में से एक बन गया. मनिका टोक्यो ओलिंपिक में 32वें राउंड तक पहुंची थीं और उन्होंने पेरिस में अपने उस प्रदर्शन को बेहतर किया. ऐतिहासिक जीत के बाद मनिका ने कहा-
मुझे खुशी है कि मैंने पेरिस में एक फ्रांसीसी खिलाड़ी को हराया. मैंने एक हाई रैंकिंग वाली खिलाड़ी को हराया. मैंने इतिहास रचने और प्री-क्वार्टर में जगह बनाने के बारे में नहीं सोचा था. अभी और भी राउंड हैं. मैं मैच दर मैच आगे बढूंगी और अपना बेस्ट दूंगी, जैसा कि मैं हमेशा करती हूं.
मनिका की प्रिथिका के बैकहैंड पर अटैक की रणनीति सफल साबित हुई, लेकिन मैच से पहले उन्होंने यह रणनीति नहीं बनाई थी. उन्होंने कहा-
मैंने अपने कोच के साथ बातचीत के अनुसार उसके फोरहैंड पर खेलने की योजना बनाई थी, लेकिन मुझे उसके बैकहैंड पर पॉइंट मिल रहे थे, इसलिए मैंने रणनीति नहीं बदली. मैंने उसके फॉरहैंड पर भी कुछ शॉट खेले, मैं नहीं चाहती था कि उसे लगे कि मैं सिर्फ उसके बैकहैंड पर खेल रही हूं.
प्रिथिका भारतीय मूल की हैं. उनके पेरेन्ट्स मूल रूप से पुडुचेरी से हैं, मगर साल 2003 में उनका परिवार फ्रांस में बस गया था, जिसके एक साल बाद पेरिस में उनका जन्म हुआ. टोक्यो ओलिंपिक में प्रिथिका पहले राउंड में ही बाहर हो गई थी, मगर उसके बाद उन्होंने अपने खेल में काफी सुधार किया और इस वक्त वो दुनिया की 18वें नंबर की टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं.
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