भारतीय पहलवान रितिका हुड्डा की पदक की उम्मीदें उस समय टूट गईं, जब वह शनिवार को पेरिस ओलिंपिक के चैंप-डे-मार्स एरिना में महिलाओं की 76 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के सेमीफाइनल में किर्गिज़ पहलवान ऐपेरी मेडेट काजी के कैनेडी ब्लेड्स से 6-8 से हारने के बाद रेपेशाज राउंड में जगह बनाने में विफल रहीं. रीतिका हैवीवेट कुश्ती में ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला हैं.
रितिका को मिली बुरी हार
उन्होंने क्वार्टर फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त काज़ी से हारने से पहले हंगरी की बर्नडेट नैगी पर टेक्निकल सुपीरियरिटी से जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की. वहीं उनसे पहले शुक्रवार को, अमन सहरावत ने पुर्तो रिको के डारियन क्रूज पर 13-5 की निर्णायक जीत के साथ कांस्य पदक जीतकर पेरिस 2024 ओलिंपिक में भारत का पहला कुश्ती पदक हासिल किया. इससे भारत के कुल पदकों की संख्या छह हो गई, जो टोक्यो 2020 में हासिल किए गए सात पदकों से सिर्फ एक कम है.
बता दें रितिका की हार के बाद भारतीय कोच वीरेंद्र दहिया ने गुस्से में कहा कि, "आप सिर्फ़ डिफेंस से मुकाबला नहीं जीत सकते." "हां, उसने अच्छा मुकाबला किया, लेकिन अगर आपका मजबूत डिफेंस आपको जीत नहीं दिलाता तो इसका क्या मतलब है. रीतिका ने उसे हमला करने नहीं दिया, लेकिन उसने खुद भी हमला नहीं किया. आप एक अंक से हारते हैं या 10 अंक से, आप हारते हैं. रीतिका यह मुकाबला जीत सकती थी.''
बता दें कि, भारत के लिए अब तक पेरिस ओलिंपिक में मनु भाकर, सरबजोत सिंह, स्वप्निल कुसाले, भारतीय हॉकी टीम,नीरज चोपड़ा और अमन सहरावत ने भारत के लिए मेडल जीतने में सफलता हासिल की है. शूटिंग में भारत को इस बार तीन मेडल मिले हैं. वहीं, कुश्ती में एक मेडल, नीरज ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल भारत को दिलाया है. भारतीय हॉकी टीम भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रही है. भारत के अबतक 5 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल मिला है.
बता दें कि पेरिस ओलिंपिक के आगाज से पहले भारत के पास 35 मेडल थे. अब मेडल की संख्या 40 पार हो चुकी है. बता दें कि पेरिस 2024 ओलिंपिक में 16 खेलों में भारत के 117 एथलीट्स ने हिस्सा लिया था.
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