विनेश फोगाट के लिए पेरिस बार के चार बड़े वकील लड़ेंगे. कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन (सीएएस) के सामने चारों वकील भारतीय पहलवान का पक्ष रखेंगे. दरअसल 50 किग्रा वेट कैटेगरी के फाइनल में पहुंचकर ओलिंपिक सिल्वर मेडल पक्का करने वाली विनेश को गोल्ड मेडल मैच से ठीक पहले डिस्क्वालीफाई कर दिया गया. जिसका मतलब है कि उन्हें सिल्वर मेडल भी नहीं मिलेगा. जिसके बाद विनेश ने सिल्वर मेडल के लिए कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन में अपील की और कहा कि वो सिल्वर मेडल की हकदार हैं. जिस पर कोर्ट 8 अगस्त को सुनवाई करेगी.
जोएल मोनलुइस, एस्टेले इवानोवा, हैबिन एस्टेले किम और चार्ल्स एमसन सीएएस सुनवाई में विनेश का पक्ष रखने वाले वकील होंगे. वे पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए पेरिस बार के वकील हैं. दरअसल गोल्ड मेडल मैच से ठीक पहले 50 किग्रा वेट कैटेगरी में तय लिमिट से 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण विनेश को ओलिंपिक से डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था. जबकि सेमीफाइनल मुकाबले तक उनका वजन नियम के अनुसार 50 किग्रा के अंदर ही था. ऐसे में विनेश का कहना है कि वो सिल्वर की हकदार हैं. अगर सीएससी विनेश के पक्ष में अपना फैसला लेती है तो अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति उन्हें जॉइंट सिल्वर मेडल दे सकती है.
50 किग्रा वेट कैटेगरी के मेडल विनर
इस वेट कैटेगरी का गोल्ड मेडल अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट ने जीता, जिनका पहले विनेश से फाइनल मैच होने वाला था, मगर विनेश के डिस्क्वालीफाई होने के बाद सारा को गोल्ड मेडल मैच में क्यूबा की युस्नेलिस गुजमान की चुनौती मिली थी, जिन्हें सेमीफाइनल में विनेश ने हरा दिया था, मगर विनेश के बाहर होने के बाद गुजमान को प्रमोट कर दिया गया. वो इस वेट कैटेगरी का सिल्वर मेडल अपने नाम किया. वहीं जानाप की युई सुसाकी और चीन की फेंग ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. सुसाकी को ओपनिंग राउंड में विनेश ने धूल चटाई थी.
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