एचएस प्रणॉय ने एशियन गेम्स में सिंग्ल्स में भारत का मेडल पक्का कर दिया है. चोट की वजह से टीम इवेंट का फाइनल ना खेल पाने वाले प्रणॉय क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उस चोट के दर्द से जूझते हुए नजर आए. मैच के बीच में वो रुके. मेडिकल हेल्प ली. दर्द भी झेला, मगर उन्होंने हार नहीं मानी और जीतकर ही दम लिया. उन्होंने मलेशिया के ली जी को हाईवोल्टेज मैच में 21-16, 21-23, 22-20 से हराया.
इसी के प्रणॉय ने इतिहास रच दिया. वो एशियन गेम्स में मैंस सिंगल्स में मेडल पक्का करने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं. उनसे पहले 1982 एशियाड में सैयद मोदी ने सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. अब सेमीफाइनल में उनका सामना इंडोनेशियाके एंथोनी और चीन के ली शी फेंग के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल के विजेता से होगा.
सालों का इंतजार खत्म
अगस्त में ही करियर का पहला वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल जीतने के बाद अब प्रणॉय अपना पहला एशियन गेम्स मेडल भी जीतने में सफल रहे. उन्होंने इसी के साथ भारत का सालों का इंतजार भी खत्म कर दिया है. मुकाबले की बात करें तो भारतीय स्टार ने पहला गेम आसानी से अपने नाम कर लिया था. दूसरे गेम में प्रणॉय बढ़त लेने के बाद पिछड़ गए थे. मैच खत्म करने की जल्दबाजी में वो गलती कर बैठे और गेम गंवा दिया.
सिंधु का सफर खत्म
तीसरे गेम में भी दोनों के बीच कड़ी टक्कर चली, मगर प्रणॉय दो मैच पॉइंट बचाने में सफल रहे. वहीं 2 बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु का सफर खत्म हो गया है. विमंस सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में उन्हें चीन की बिंगजियाओ से सीधे गेमों में हार मिली.
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