बीते दिनों खेल मंत्रालय ने संजय सिंह (Sanjay Singh) के नेतृत्व वाली भारतीय कुश्ती फेडरेशन की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया था. मंत्रालय ने ये एक्शन संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद लिए गए उस फैसले के बाद उठाया, जिसमें उन्होंने अंडर 15 और अंडर 20 नेशनल चैंपियनशिप गोंडा में आयोजित कराने का ऐलान किया था. मंत्रालय का कहना था कि इस फैसले से संजय सिंह ने नियमों का उल्लंघन किया है. कार्यकारी मीटिंग के बिना ही संजय ने फैसला लिया.
फेडरेशन की नई बॉडी के सस्पेंड होने के बाद भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन ने कुश्ती संघ को चलाने के लिए भूपिंदर सिंह बाजवा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एडहॉक कमेटी बनाई, जिससे संजय सिंह काफी निराश हैं. India Today से बातचीत में संजय सिंह ने दावा किया है कि एडहॉक कमेटी बनाने के लिए ना तो उनसे बात की गई और ना ही संघ के अन्य निर्वाचित मेंबर्स से परामर्श लिया गया. पैनल ने एक्शन में आते ही नेशनल चैंपियनशिप की तारीखों का ऐलान किया, जो 2 से 5 फरवरी के बीच जयपुर में होगी. साथ ही ये भी कहा कि सस्पेंड फेडरेशन की बजाय उनसे सीधे संपर्क किया जाए.
जल्द ही कार्यकारी समिति की मीटिंग
इन सबके बीच संजय सिंह का कहना है कि WFI नेशनल की मेजबानी करेगा और वो देश में प्रतियोगिताओं को फिर से शुरू करने पर चर्चा के लिए जल्द ही कार्यकारी समिति की मीटिंग बुलाएंगे. संजय सिंह ने कहा कि नेशनल का आयोजन किया जाएगा और वो हम ही करवाएंगे. कुश्ती में चल रही उठापटक ने भारतीय पहलवानों की पेरिस ओलिंपिक की तैयारियों को बहुत बड़ा झटका दिया है.