Asian Games: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने जीता सोना, एशियन गेम्स मेंस डबल्स में पहली बार आया गोल्ड मेडल

Asian Games: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने जीता सोना, एशियन गेम्स मेंस डबल्स में पहली बार आया गोल्ड मेडल
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी चिराग शेट्टी

Highlights:

भारत की स्टार बैडमिंटन जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने एशियन गेम्स में इतिहास रचा.

भारत की स्टार बैडमिंटन जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने एशियन गेम्स पुरुष युगल का गोल्ड मेडल जीत लिया है. उन्होंने दक्षिण कोरिया के चोई सोई ग्यू और किम वोन हो को 21-18, 21-16 से हराकर सोना हासिल किया. भारत ने पहली बार बैडमिंटन गोल्ड हासिल किया है. सात्विक-चिराग से पहले कभी भारत के लिए बैडमिंटन में कोई सोने का तमगा एशियन गेम्स में नहीं जीत पाया. इस बार के एशियन गेम्स भारतीय पुरुष बैडमिंटन के लिए शानदार रहे हैं. हांगझू में चल रहे खेलों में भारत ने पुरुष टीम इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था. साथ ही एचएस प्रणय को कांस्य पदक मिला.

 

सात्विक-चिराग ने जीतने के बाद मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद को गले लगा लिया. सात्विक ने उनके पैर भी छुए. बाद में दोनों भारतीय शटलर ने कोर्ट में नाचकर जश्न मनाया. सात्विक और चिराग दोनों डबल्स के अभी नंबर वन खिलाड़ी हैं. इसका आधिकारिक ऐलान 10 अक्टूबर को हो जाएगा. 6 अक्टूबर को सेमीफाइनल में जीत के बाद ही उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली. सात्विक-चिराग ने सेमीफाइनल में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन एरॉन चिया और सोह वुई यिक को मात दी थी. 

 

सात्विक-चिराग से पहले भारत की ओर से पुरुष युगल में 1982 में लेरॉय डीसा और प्रदीप गांधे ने कांस्य पदक जीता था. सात्विक-चिराग पुरुष युगल में नंबर वन बनने वाली पहली भारतीय जोड़ी है. इनके अलावा भारतीयों में प्रकाश पादुकोण, साइना नेहवाल (महिला एकल) 2015 में, किदांबी श्रीकांत 2018 में पुरुष एकल में नंबर वन बने थे. 

 

 

सात्विक-चिराग ने कैसे जीता फाइनल मैच

 

भारतीय जोड़ी ने पहला गेम 29 मिनट में अपने नाम किया. इस दौरान सात्विक-चिराग ने कई बार पिछड़ने के बाद वापसी की. एक समय कोरियाई जोड़ी 6-3 से आगे थी. ब्रेक तक अंतर कम हो गया लेकिन कोरियाई खिलाड़ी 11-9 से आगे थे. मगर सात्विक-चिराग ने जल्द ही स्कोर 13-13 कर दिया. इसके बाद दोनों तरफ से एक-एक पॉइंट के लिए लड़ाई देखने को मिली मगर भारतीय शटलर्स ने 21-18 से बाजी मार ली.

 

दूसरे गेम में भारतीय शटलर्स का खेल अलग ही तरह का रहा. उन्होंने कोरियाई जोड़ी को दबाव में रखा और फिर 57 मिनट में मैच अपने नाम कर लिया. इसमें भारतीय शटलर्स ने रणनीति बदली और चोई की तरफ ज्यादा शॉट लगाए. इससे सात्विक-चिराग ने 8-4 से बढ़त ले ली. फिर 11-7 के साथ वे ब्रेक में गए. इंटरवल के बाद खेल में रफ्तार आई लेकिन भारतीय जोड़ी ने एकाग्रता नहीं गंवाई और मैच अपने नाम कर लिया. 

 

 

 

सात्विक और चिराग की इस साल की कामयाबी


स्विस ओपन 2023
बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2023
इंडोनेशिया ओपन 2023
कोरिया ओपन 2023
एशियन गेम्स 2023
 

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