Nikhat Zareen: दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली लड़की जिसके लिए मैरी कॉम ने गुस्से में कहा था- कौन है निकहत जरीन?

Nikhat Zareen: दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली लड़की जिसके लिए मैरी कॉम ने गुस्से में कहा था- कौन है निकहत जरीन?

एमसी मैरी कॉम (MC Mary Kom) ने एक बार गुस्से से पूछा था, ‘निकहत जरीन (Nikhat Zareen) कौन है?’ निकहत ने 2022 में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इस सवाल का जवाब दिया था. और अब रविवार (26 मार्च) को एक बार फिर उन्होंने अपना दूसरा विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीत लिया. वह भी घरेलू दर्शकों के सामने जिससे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरी भारतीय मुक्केबाज बनीं. इसके साथ ही वह छह बार की विश्व चैम्पियन मैरीकॉम के उत्तराधिकारी के तौर पर आगे बढ़ती दिख रही हैं.

निकहत ने 50 किग्रा वजन वर्ग का खिताब जीतने के बाद कहा, ‘मैं दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनकर खुश हूं वो भी ओलिंपिक वजन वर्ग और घरेलू दर्शकों के सामने. यह पदक सभी समर्थकों के लिए है.’ निकहत के लिये यह दूसरा खिताब भावनात्मक रहा क्योंकि इस सफर में इस 26 साल की मुक्केबाज को ताने, सामाजिक पूर्वाग्रह और उपेक्षा का सामना करना पड़ा. जहां तक मैरी कॉम का संबंध है तो उन्हें नहीं लगा होगा कि चार साल में निकहत उनके नक्शेकदमों पर चलते हुए उनके बाद एक से ज्यादा विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय बन जाएंगी.

पिता बनाना चाहते थे एथलीट


निकहत के पिता उन्हें एथलीट बनाना चाहते थे लेकिन उनकी बेटी ने मुक्केबाजी में आने फैसला किया ताकि वह साबित कर सकें कि महिलाएं भी इस खेल में अच्छा कर सकती हैं. तेलंगाना के निजामाबाद में मुस्लिम परिवार से आकर मुक्केबाजी की ड्रेस ‘टी शर्ट और शॉर्ट’ में खेलने से निकहत और उनके माता-पिता को तानों और टिप्पणियों का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने इन पर ध्यान नहीं दिया.

 

 

जब मैरी कॉम के खिलाफ मांगा ट्रायल


भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप से पहले ट्रायल करने से इनकार कर दिया जिसने मैरी कॉम के निरंतर प्रदर्शन के कारण उन्हें ही चुनने का फैसला किया और मणिुपर की मुक्केबाज ने भी अपना आठवां विश्व चैम्पियनशिप पदक जीता. जब बीएफआई ने मैरीकॉम को उनके विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक पदर्शन की वजह से टोक्यो ओलिंपिक क्वालीफायर के लिए भेजने का फैसला किया तो निकहत ने तब के खेल मंत्री किरेन रीजीजू से एक ‘निष्पक्ष ट्रायल’ करने की मांग रखी.

 

निकहत की अनुरोध को स्वीकार करते हुए ट्रायल की घोषणा हुई लेकिन यह युवा मुक्केबाज अपने से अनुभवी मैरीकॉम से एक तरफा मुकाबले में हार गई. लेकिन यह घटना भी निकहत के जज्बे को कम नहीं कर सकी और इस मुक्केबाज ने इसके बाद मिले मौकों का पूरा फायदा उठाते हुए यहां तक का सफर तय किया.

 

अक्टूबर 2021 से कोई मैच नहीं हारी


निकहत की शुरुआती जीत के बाद लोगों ने उन्हें मैरीकॉम का उत्तराधिकारी बनने की संभावना जताई और हाल की जीत से यह मजबूत ही होती दिख रही है. 
वह अक्टूबर 2021 के बाद से बेहतरीन फॉर्म में है. उन्होंने तब से एक भी मुकाबला नहीं गंवाया है. उन्होंने दो राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीते, 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल, 2022 विश्व चैम्पियनशिप, सारे चयन ट्रायल और राष्ट्रमंडल खेल में जीत हासिल की. पिछले साल इस्तांबुल में उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप में चार साल बाद भारत को स्वर्ण पदक दिलाया.

 

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