वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में खिताब के सबसे बड़े दावेदार स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने काफी निराश किया. वह देश के लिए मेडल नहीं पाए. डबल ओलिंपिक मेडलिस्ट नीरज आठवें स्थान पर रहे. सात सालों में यह पहली बार था, जब वह किसी प्रतियोगिता में पोडियम तक नहीं पहुंच पाए. जैवलिन इवेंट में भारत खाली हाथ रहा, मगर इस इवेंट में भारत के ही सचिव यादव ने अपने प्रदर्शन से सनसनी मचा दी. 25 साल के सचिन महज 40 सेंटीमीटर से वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल से रह गए. उन्होंने फाइनल में 86.27 मीटर दूर भाला फेंककर अपना बेस्ट प्रदर्शन किया.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार फाइनल से पहले उनके कोच नवल सिंह ने उन्हें ना घबराने की सलाह दी थी. उन्होंने कहा-
मैंने उन्हें याद दिलाया कि उनमें ताकत के साथ-साथ बड़ा थ्रो करने की तकनीक भी है. आज मेरा लक्ष्य उनके लिए 90 मीटर था. उन्होंने अभ्यास में भी 90 मीटर थ्रो किया है. हालांकि फाइनल में वह पीछे रह गए, लेकिन उन्होंने साबित कर दिया कि वह विश्व चैंपियनशिप के दबाव को झेल सकते हैं.
कोच ने कहा कि उन्होंने भारत पाकिस्तान राइवलरी का इस्तेमाल सचिन को मोटिवेट करने के लिए किया. उन्होंने कहा-
मैंने उनसे कहा था कि चाहे कुछ भी हो जाए, नदीम से आगे रहना सुनिश्चित करो. उन्होंने वादा किया था कि वह ऐसा करेंगे. मुझे लगता है कि यह अतिरिक्त प्रेरणा थी. नीरज दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं. सचिन ने साबित कर दिया कि उनमें सर्वश्रेष्ठ बनने की क्षमता है.
6 फुट 5 इंच लंबे सचिन ने पहले राउंड में 86.27 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो करके भारतीय दल को खुश कर दिया. उन्होंने 85.71 मीटर, 84.90 मीटर और 85.96 मीटर के थ्रो के साथ निरंतरता दिखाई.