टीम इंडिया की पहली बार कप्तानी करते हुए इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने वाले शुभमन गिल का कहना है कि उन्हें किसी से कुछ नहीं चाहिए और उन्हें नेचुरल ऑर्डर में ही चीजें करना पसंद हैं. रोहित शर्मा के टेस्ट से अचानक संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल को इंग्लैंड दौरे से पहले भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया और उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने पांच मैचों की सीरीज 22 से ड्रॉ करा ली. इसके बाद एशिया कप 2025 के लिए एक साल बाद उनकी भारतीय टी20 टीम में वापसी हुई. उनकी ना सिर्फ वापसी हुई, बल्कि उन्हे उपकप्तान भी चुना गया, जिसके बाद से माना जा रहा है कि मैनेजमेंट उन्हें तीनों फॉर्मेट के कप्तान के रूप में देख रहा है.
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एप्पल म्यूजिक के पॉडकास्ट में गिल से जब पूछा गया कि उन्हें कैसा लगा है, क्योंकि पूरी टीम उन्हें कप्तान के रूप में देख रही है और वह अगली पीढ़ी के लिए रोल मॉडल बन गए हैं. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा-
मैं सच कहूं तो ऐसा नहीं सोचता. हम सभी की खेल के लिए अपनी भूमिका है और मैं अपनी भूमिका बिना किसी प्रशंसा या किसी और चीज की चाहत के पूरी ईमानदारी से निभाना चाहता हूं.
गिल ने इसका उदाहरण देते हुए कहा-
जैसे उदाहरण के लिए मैं मार्कस ऑरेलियस और उनकी फिलसॉफीस्टोइकिज़्म का बहुत बड़ा फैन हूं और उनकी कही एक बात, जिसने मुझे सचमुच प्रेरित किया, वह थी- देखिए मधुमक्खियां शहद बनाती हैं. चाहे कुछ हो या ना हो, वे ऐसा करती ही रहती हैं. वे प्रशंसा की मांग नहीं करतीं. मुझे यूनिवर्स के नेचुरल ऑर्डर में और जैसा होना चाहिए, वैसा ही करना पसंद है. किसी चीज से कुछ भी नहीं मांगना और पूरी ईमानदारी से जब तक मैं ऐसा कर रहा हूं, मुझे लगता है, मैं इसी तरह से जाना जाना चाहता हूं.
गिल इस वक्त एशिया कप में बिजी हैं, जहां यूएई के खिलाफ भारत के पहले मैच में उन्होंने 9 गेंदों में नॉटआउट 20 रन बनाए और टीम को 9 विकेट से जीत दिला दी.
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