रोहित शर्मा ने टीम इंडिया के हेड कोच पर किया बड़ा कमेंट, कहा- मैं उसके साथ खेला हूं, वो दिमाग से...

रोहित शर्मा ने गौतम गंभीर की तारीफ की और कहा कि मैंने उनके साथ खेला है और मैं जानता हूं कि उनका माइंडसेट कैसा है. द्रविड़ के बाद गंभीर आए. और यही जिंदगी भी है. हमें बस आगे बढ़ते रहना है.

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Neeraj Singh

India's captain Rohit Sharma fields during the fourth day of the second Test cricket match between India and Bangladesh

India's captain Rohit Sharma fields during the fourth day of the second Test cricket match between India and Bangladesh

Highlights:

रोहित शर्मा ने गंभीर को लेकर कहा कि हमें आगे बढ़ना होता है

रोहित ने कहा कि गंभीर के साथ मैंने खेला है और मुझे पता है कि उनका माइंडसेट कैसा रहता है

भारतीय टीम ने घर पर टेस्ट में जीत का सिलसिला जारी रखा है. टीम इंडिया ने 2-0 से टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमा लिया है. कानपुर टेस्ट में भारत ने दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश को 7 विकेट से हरा दिया. मैच में 2.5 दिन तक कोई खेल नहीं हो सका और ये सबकुछ बारिश के चलते हुआ. लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया ने जीत दर्ज कर ली. यशस्वी जायसवाल ने मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक ठोका. ऐसे में उन्हें उनकी बल्लेबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया. इसके अलावा आर अश्विन को 11 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड दिया गया. 

बता दें कि टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत की ये पहली टेस्ट सीरीज जीत है. ऐसे में मैच के बाद रोहित शर्मा ने कोच गौतम गंभीर की तारीफ की. रोहित ने बताया कि कैसे राहुल द्रविड़ के पद छोड़ने के बाद गौतम गंभीर की कोचिंग में टीम आगे बढ़ रही है.

गंभीर के साथ मैंने खेला है: रोहित


रोहित शर्मा ने कहा कि जिंदगी में हम आगे बढ़ते रहते हैं और एक स्टेज ऐसा आता है जब आपको किसी और के साथ काम करना पड़ता है. राहुल द्रविड़ ने जब कहा था कि उनका कार्यकाल अब खत्म हो चुका है तो उनके साथ काम करके काफी मजा आया था. लेकिन ये जिंदगी है और ये आगे बढ़ती रहती है. पूरी टीम को भी आगे बढ़ना होता है.

रोहित ने कहा कि गौतम गंभीर के साथ मैंने काफी खेला है. मुझे पता है कि वो किस तरह की सोच रखते हैं. अभी शुरुआती दिन हैं लेकिन जो भी है सही है.

रोहित ने बांग्लादेश की जीत पर कहा कि जब हम चौथे दिन आए तो हम बांग्लादेश की टीम को जल्द से जल्द आउट करना चाहते थे और ये देखना चाहते थे कि हम बल्ले से क्या कर सकते हैं. सबकुछ रन को लेकर नहीं था बल्कि हम चाहते थे कि हम उन्हें कितने ओवर डाल सकते थे. पिच पर गेंदबाजों के लिए ज्यादा कुछ नहीं था लेकिन फिर भी सभी ने कमाल किया. 

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